शहर का सबसे पॉश इलाका, रेट 30 हजार वर्ग फुट, न सड़क है न ही बिजली, मुसीबत में जान

शहर का सबसे पॉश इलाका, रेट 30 हजार वर्ग फुट, न सड़क है न ही बिजली, मुसीबत में जान

ग्वालियर। नगर निगम प्रतिवर्ष शहर की बदहाल सड़कों को सुधारने व नई सड़कें बनाने के लिए लगभग 100 करोड़ रुपए की राशि खर्च करता है, लेकिन हर साल बारिश के मौसम में करोड़ों रुपए कीमत वाली सड़कों की क्वालिटी व गुणवत्ता की पोल खुल जाती है, मगर निगम के जिम्मेदार इससे जरा भी सबक नहीं लेते हैं और 40 से 50 प्रतिशत बिलो टेंडर पर तकनीकी अधिकारी स्वीकृति व जांच को ओके कर भुगतान कर देते हैं। मजेदार बात यह है कि शहर के ही कुछ वार्ड ऐसे हैं जहां डामर व सीसी के काम 5 से 7 प्रतिशत बिलो पर बीते कई वर्षों से होते आ रहे हैं और 40 से 50 प्रतिशत बिलो रेट पर काम कराने वाले अधिकारी उन फाइलों को बिना आपत्ति लगाए भुगतान करवा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जिम्मेदार जानबूझकर 5 से 7 प्रतिशत पर टेंडर देकर निगम को आर्थिक हानि पहुंचा रहे हैं या उनकी मिलीभगत से 40 से 50 प्रतिशत बिलो रेट पर घटिया काम करवाया जा रहा है।

बजरी व गिट्टी के लगने लगे हैं ढेर

शहर की सड़कों पर बारिश के पानी की निकासी का मैनेजमेंट फेल होने के चलते डामर व सीसी सड़कों का खराब होना या उखड़ना शुरू हो चुका है, यही कारण है कि मुरार हॉस्पिटल रोड, अचलेश्वर, मोतीमहल जैसे मुख्य मार्गों पर बारीक गिट्टी व रेत के ढेर बनने लगे हैं, जिससे वाहनों के फिसलने पर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है और जिम्मेदार अधिकारी सड़कों की दशा सुधारने की बात कर बदहाली के मामले से बचते हुए नजर आ रहे हैं।

बदहाली पर बारिश के साथ व्यंग्य की भी बौछार

ग्वालियर की बदहाल सड़कों को लेकर जुमलेबाजी का दौर शुरू हो गया है। हमारे सुधी पाठक रंजीत सिंह घुरैया ने कविता भेजी है, ‘मैंने कहा ग्वालियर आजा, यहां हर रास्ता खुदा है, हर तरफ-हर मोड़ खुदा है, जहां नहीं खुदा, वहां जल्दी ही खुदा मिल जाएगा, शहर का एक चक्कर लगा लो हर तरफ खुदा मिलेगा...जब कोई खुदी सड़क की मेड़, पतली सी पगडंडी पर स्कूटर-मोटरसाइकिल चलाएगा, खुद को खुदा के करीब पायगा, खुदा ही तुझ को बचाएगा, खुदा ही जन्नत पहुंचाएगा’

स्ट्रीट लाइटों के बंद होने पर बड़ा खतरा

सिटी सेंटर क्षेत्र की मुख्य सड़कों से लेकर अन्य कई स्थानों पर स्ट्रीट लाइट बंद होने से बारिश के दौरान खराब सड़कों पर लोगों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बढ़ गया है। हालांकि निगम अधिकारियों का कहना है कि स्ट्रीट लाइटों को लेकर पहले से सुधार हुआ है और जल्द ही पूरे शहर में लोगों को होने वाली परेशानियों व शिकायतों का निराकरण कर लिया जाएगा।

स्ट्रीट लाइटों की समस्या पहले से काफी कम हो गई है और जल्द ही नई एंजेसी स्पीड पकड़कर समस्याएं खत्म कर देगी। हर्ष सिंह, निगमायुक्त, ग्वालियर

सिटी सेंटर मुख्य मार्ग निर्माण के लिए टेंडर लगाने व खोलने की प्रोसेस पूरी हो चुकी है और जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू होगा। रेखा अनिल त्रिपाठी, पार्षद