नगर निगम का बुलडोजर
इंदौर। अवैध कब्जों पर बुधवार को इंदौर नगर निगम ने बुलडोजर चलाकर करीब एक एकड़ जमीन को मुक्त कराया। यह जमीन गणेश मंदिर की बताई जा रही थी। 10 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की इस जमीन पर लोगों ने पूरी तरह से कब्जा कर पक्के मकान और दुकानों का निर्माण कर रखा था। इनमें से दो लोगों ने तो दुकानों का एक बड़ा बाजार तैयार कर रखा था। कुछ दुकानें खुल भी गई थीं, जिनसे मोटा किराया लिया जा रहा था। इंदौर नगर निगम और प्रशासन ने एमआर-9 मार्ग पर सीलिंग की एक एकड़ जमीन से अवैध कब्जे हटाए।
बुधवार सुबह जब अमला मौके पर पहुंचा तो लोगों ने विरोध शुरू कर दिया, लेकिन अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी और तुरंत मकान-दुकान खाली करने को कहा। अधिकारी दो जेसीबी और एक पोकलेन लेकर पहुंचे थे। सुबह 10 बजे से अवैध निर्माण तोड़ने का काम शुरू कर दिया। एसडीएम जगदीश धनगर ने बताया कि मुक्त कराई गए एक एकड़ जमीन की कीमत 10 करोड़ से अधिक है और लंबे समय से जमीन पर कब्जा था। प्रशासन ने कोर्ट के आदेश पर ही कार्रवाई को अंजाम दिया। एक मकान मालिक कार्रवाई के पहले कोर्ट स्टे ले आया। इस वजह से उसका मकान नहीं तोड़ा गया।
लोहारपट्टी और महारानी रोड क्षेत्र से 7 ट्रक से अधिक सामान जब्त
महापौर पुष्यमित्र भार्गव के निर्देशानुसार मध्य क्षेत्र के आसपास के बाजारों और प्रमुख स्थानों पर फुटपाथ व सड़क किनारे सामान रखने वालों पर बुधवार को निगम ने कार्रवाई की । इस दौरान लोहारपट्टी और महारानी रोड क्षेत्र से सड़कों, फुटपाथ पर रखा 7 ट्रक सामान जब्त किया गया। निगम की इस कार्रवाई से दुकानदारों में हड़कंप मच गया। जब्त सामान में कोठी, ड्रम, लोहे की सामग्री शामिल थी। बता दें, निगम द्वारा बम्बई बाजार क्षेत्र में अनाउंसमेंट कर सड़क किनारे व फुटपाथ पर सामग्री नहीं रखने की भी अपील की गई है।