पुरुष हो रहे प्रताड़ना के शिकार
इंदौर। अब घरों में पुरुष भी प्रताड़ित होने लगे हैं। पारिवारिक परामर्श केंद्र में पहुंचने वाले मामले देखेंगे तो इसका जवाब हां में ही मिलेगा। आंकड़ों पर नजर डालें तो दो माह में लगभग 20 पुरुषों ने अपनी पत्नी से प्रताड़ित होने की शिकायत दर्ज कराई हैं। अधिकांश मामले पत्नी के मायके जाने के बाद वापस घर नहीं आने के हैं। ऐसे मामले में पति अपनी समस्या लेकर परिवार परामर्श केंद्र पर आ रहे है। पहले सिर्फ महिलाएं ही समस्या लेकर पहुंचती थी। लेकिन अब परिस्थितियां बदल गई हैं। पत्नी से प्रताड़ित पति भी अब खुलकर सामने आ रहे है। जनसुनवाई में भी पति अपनी पीड़ा लेकर पहुंचने लगे हैं। अभा महिला सभा परिवार परामर्श केंद्र काउंसर पिंकी लकवॉल और पूजा यादव ने बताया कि पहले महीने में दस आवेदन में से केवल 2 पुरुष के होते थे, लेकिन अब इसका उल्टा हो गया है। पिछले एक सप्ताह में 6 आवेदन आए हैं। सभी पुरूषों ने दिए हैं। अधिकांश मामले में पत्नी झगड़ा होने पर मायके जाकर रहने लगती है। जैसे-जैसे समय बढ़ता जाता है, वे तलाक के लिए आवेदन लगा देती हैं।
केस-3: गहने के लिए तांत्रिक क्रियाएं करवाकर कमाती थी पैसा
इंदौर निवासी उत्तम (परिवर्तित नाम) ने अपने शिकायती आवेदन में बताया कि उसकी पत्नी आरती (परिवर्तित नाम) को सोने की रकम का काफी शौक है। इसके लिए वह खुद भी नौकरी करती है, पर वह पैसा भी कम पड़ने लगा तो उसने परिवार वालों से सोने की रकम पहनने के लिए मांगी और उसे गिरवी रख दी। बावजूद इसके उसकी यह (सोने की रकम) चाह खत्म नहीं हुई तो उसने तांत्रिक के साथ मिलकर लोगों के काम करने के लिए तांत्रिक क्रियाएं कराकर पैसा कमाना शुरू कर दिया। लंबे समय से परेशान पति ने परामर्श केंद्र पर पत्नी को समझाने की अपील की, जिसके बाद परिवार परामर्श केंद्र ने पुलिस की मदद लेकर तांत्रिक को महिला से दूर रहने की समझाईश दी। वहीं महिला की भी काउंसलिंग की गई। जिसके बाद महिला ने तांत्रिक से दूर रहने की बात कही है।
केस-3: मोबाइल बन रहा झगड़े की वजह
परदेशीपुरा निवासी अनिल (परिवर्तित नाम) ने अपने आवेदन में बताया कि उसकी पत्नी उर्मिला देर रात तक मोबाइल चलाती है। घर का ध्यान नहीं रखती है। जिसके कारण आए दिन विवाद होते हैं। मैंने गुस्से में डांट दिया था, जिसके चलते मायके चली गई। अब आने को तैयार नहीं है। काउंसलिंग के जब उर्मिला को बुलाया गया तो उसका कहना है कि मैं पति को छोड़ सकती हूं, लेकिन मोबाइल को नहीं। समझाइश दी गई तो वह घर के काम खत्म करने के बाद मोबाइल चलाने का वादा कर पति के साथ जाने के लिए तैयार हो गई।
केस-3: मुझे पत्नी और बच्चों से बचाओ
भागीरथपुरा निवासी 43 वर्षीय राजेश (परिवर्तित नाम) ने पत्नी और बच्चों से बचाने की अपील की है। उसका कहना है उसके तीन बच्चे हैं। बेटी की शादी हो गई। दो लड़को के साथ मिलकर पत्नी झगड़ा करती है। बच्चे घर का सामान तोड़-फोड़ देते है। वह उनके साथ नहीं रहना चाहता। काउंसलिंग के लिए पत्नी और बच्चों दोनों को बुलाया गया है। जिसके बाद बच्चों और पत्नी को समझाईश दी गई। बच्चों को अलग रहने के लिए कहा गया है।
यह है विवाद के कारण
- सास-ससुर के साथ नहीं बल्कि अलग रहने की जिद
- घर के काम नहीं करना
- रोजाना बाहर घूमने की जिद
- महंगी वस्तुओं की डिमांड
- स्वयं के खर्च के लिए अलग से रुपए की मांग
पिछले छह साल में पुरुष प्रताड़ना के आंकड़े
- 2018 में 24
- 2019 में 15
- 2020 में 20
- 2021 में 25
- 2022 में 30
- 2023 में अब तक 30 मामले आए।