कमजोर हो रहे जवां दिल; मप्र में 17 हजार युवा दिल के मरीज, इनमें से 20 फीसदी को आया हार्ट अटैक
भोपाल। अब जवां दिल भी कमजोर हो रहा है, यानी युवाओं में हार्ट अटैक के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। बीते साल 2023 में प्रदेश में 45 हजार से ज्यादा लोगों को दिल में दर्द के बाद एंबुलेंस से अस्पताल ले जाना पड़ा। इसमें 15 से 20 वर्ष की उम्र के 2000 से ज्यादा किशोर हैं। इनके साथ ही इनमें 21 से 40 वर्ष की उम्र के करीब 18 हजार युवा थे। चिंताजनक यह है कि इनमें से 20 फीसदी मामले हार्ट अटैक के थे। यह आंकड़े जय अंबे इमरजेंसी सर्विसेज की 108 एंबुलेंस द्वारा जारी कार्डियक केस: 2023 रिपोर्ट से सामने आए हैं। शहर में कई घटनाएं ऐसी भी सामने आर्इं, जिनमें कम उम्र के पुरुषों ने डांस या जिम में वर्जिश करते हुए जान गंवाई।
कम उम्र में क्यों हो रहे हैं हृदय रोग:
जीएमसी के कार्डियोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आरएस मीणा बताते हैं कि युवाओं का दिल कमजोर होने का संबंध जीवनशैली से हैं। धूम्रपान और शराब की लत कार्डियोवैस्कुलर डिसीज के लक्षण पैदा करती है। इसके बाद शरीर में फैट जमता है और फिर उसे कोरोनरी हार्ट बीमारी हो जाती है।
यह हैं प्रमुख कारण
- जंक फूड का अधिक खाना।
- काम का बोझ और तनाव रक्त वाहिकाओं पर असर डालता है।
- देर रात तक जागना। तनाव के चलते अनिद्रा की स्थिति।
- युवाओं में डायबिटीज भी दिल की बीमारियों का एक कारण है। आंकड़ों के अनुसार, 2019 में भारत में 7.7 करोड़ डायबिटीज के रोगी थे।
एथेरोस्क्लेरोटिक प्लाक के फटने का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा वर्कआउट, डांस की वजह से भी सीने पर जोर पड़ता है। - डॉ. विवेक त्रिपाठी, हार्ट स्पेशलिस्ट
हार्ट अटैक के लक्षण
- सीने में दर्द व बेचैनी, उल्टी, पसीना और चक्कर आना
- सांस लेने में परेशानी। जबड़े, गर्दन, कमर, हाथ या कंधों में दर्द