केवल 150 रुपए मूल किराया देकर कर सकते हैं हवाई यात्रा: रिपोर्ट

केवल 150 रुपए मूल किराया देकर कर सकते हैं हवाई यात्रा: रिपोर्ट

नई दिल्ली। मूल हवाई किराए के रूप में सिर्फ 150 रु. का भुगतान करें और असम में लीलाबाड़ी से तेजपुर तक 50 मिनट की हवाई सेवा लें। सिर्फ इसी मार्ग पर नहीं, ऐसी कई उड़ानें हैं जहां टिकट का मूल किराया 1,000 रु. से भी कम है। ये सभी क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना के तहत परिचालित होते हैं।

यह एयरलाइन परिचालकों के लिए विभिन्न प्रोत्साहन प्रदान करता है। यात्रा पोर्टल इक्सिगो के एक विश्लेषण के अनुसार, कम से कम 22 मार्ग हैं जहां मूल हवाई किराया 1,000 रु. प्रति व्यक्ति से कम है। असम में लीलाबाड़ी और तेजपुर को जोड़ने वाली उड़ानों के लिए एक तरफ का किराया सबसे कम 150 रु. है। इस मार्ग पर उड़ानों का संचालन अलायंस एयर करती है। टिकट बुक करते समय मूल किराए में सुविधा शुल्क भी जोड़ा जाता है।

‘उड़े देश का आम नागरिक’ योजना का फायदा

मोटे तौर पर, इन मार्गों पर क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) के तहत परिचालित उड़ानों की अवधि लगभग 50 मिनट है। अधिकतर मार्ग जहां मूल हवाई किराया 150 रु. से 199 रु. प्रति व्यक्ति के बीच है, ये पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं। विश्लेषण के अनुसार, दक्षिण में बेंगलुरु-सलेम, कोचीन-सलेम जैसे मार्ग भी हैं जहां मूल टिकट की कीमतें इस सीमा में हैं। गुवाहाटी और शिलॉन्ग से आने-जाने वाली उड़ानों के लिए मूल किराया 400 रु. है। इम्फाल-आइजोल, दीमापुरशि लॉन्ग और शिलॉन्ग-लीलाबाड़ी उड़ानों के लिए, हवाई किराया 500 रु. है। बेंगलुरु-सलेम उड़ान के मामले में, मूल टिकट किराया 525 रु. है।

विश्लेषण के अनुसार, गुवाहाटी-पासीघाट उड़ान के लिए मूल हवाई किराया 999 रु. है और लीलाबाड़ी-गुवाहाटी मार्ग के लिए यह 954 रु. है। ये उन मार्गों में से हैं जहां मांग कम है और अन्य परिवहन माध्यमों से इन जगहों पर पांच घंटे से अधिक समय में पहुंचा जा सकता है। 31 मार्च, 2024 तक क्षेत्रीय संपर्क योजना यानी उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) के तहत 559 मार्गों को चिन्हित किया गया है। केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और हवाईअड्डा परिचालक क्षेत्रीय उड़ान सेवा के तहत उड़ानों के लिए विभिन्न प्रोत्साहन देते हैं।