थाल में सजाकर नहीं मिलती विश्व कप जीत, भारत इसे जीतने को बेताब : रोहित

थाल में सजाकर नहीं मिलती विश्व कप जीत, भारत इसे जीतने को बेताब : रोहित

मुंबई। कप्तान रोहित शर्मा ने गुरुवार को कहा कि भारत आगामी एकदिवसीय विश्व कप में आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने के लिए ‘बेताब’ है और उसके पास खिताब जीतने के लिए ‘आत्मविश्वास’ है। भारत ने एक दशक से आईसीसी प्रतियोगिताओं में खिताब नहीं जीता है। टीम ने पिछला आईसीसी खिताब 2013 में चैंपियन्स ट्रॉफी के रूप में जीता था, जबकि इससे दो साल पहले स्वदेश में विश्व कप जीता था। रोहित ने यहां एक कार्यक्रम के इतर मीडिया से कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी (50 ओवर का) विश्व कप नहीं जीता है। विश्व कप जीतना सपना है और यहां इसके लिए चुनौती पेश करने से खुशी की बात कुछ और नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि आपको विश्व कप थाल में सजाकर नहीं मिलता, आपको कड़ी मेहनत करनी होती है और 2011 से इतने वर्षों से हम यही कर रहे हैं। हम सभी इसके लिए लड़ रहे हैं। रोहित ने कहा कि सभी मैदान पर उतरने और जीतने के लिए बेताब हैं क्योंकि हमें पता है कि हमारे पास अच्छी टीम है। हम सभी अच्छे खिलाड़ी हैं, हमारे पास आत्मविश्वास है कि हम ऐसा कर सकते हैं। ऐसा नहीं हुआ का मतलब नहीं कि हम इसे हल्के में लेंगे। जब हम 2022 विश्व कप में हारे तो मैंने कहा था कि हम अगले विश्व कप के लिए चुनौती पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप होने वाली थी और मैंने कहा कि हम इसके लिए लड़ाई जारी रखेंगे। कभी ना कभी तो मिलेगा। रोहित ने कहा कि उन्हें टीम की अगुआई की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन उनका मुख्य काम बल्लेबाज के रूप में अच्छा प्रदर्शन करना है। उन्होंने कहा कि मुझे सबसे पहले बल्लेबाज के रूप में अच्छा करना होगा। कप्तानी इसके बाद आती है... टीम में मेरी भूमिका बल्लेबाज की अधिक है। सबसे पहले मुझे बड़ी पारियां खेलनी होंगी और टीम के लिए मैच जीतने होंगे। विश्व कप से पहले लोकेश राहुल और श्रेयस अय्यर जैसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी अनुपलब्ध हैं और रोहित ने कहा कि वह अब चोटों से डरते हैं। उन्होंने हालांकि खिलाड़ियों को आराम देने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी हमने ऐसा ही किया था- टी20 विश्व कप होने वाला था इसलिए हमने एकदिवसीय क्रिकेट नहीं खेला।

एशियाई खेलों के लिए टीम से बाहर किए जाने से थोड़ा हैरान था : धवन

भारत के सीनियर बल्लेबाज शिखर धवन भारत की एशियाई खेलों की टीम से बाहर किए जाने से थोड़े हैरान थे, लेकिन वह निकट भविष्य में राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के लिए दृढ़ हैं। शीर्ष खिलाड़ी घरेलू सरजमीं पर होने वाले वनडे विश्व कप की तैयारियों में व्यस्त हैं और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने सितंबर-अक्टूबर में होने वाले हांगझोऊ एशियाई खेलों के लिए युवाओं की टीम घोषित कर दी। इस 37 साल के बायें हाथ के बल्लेबाज के चीन में होने वाले एशियाड के लिए टीम की अगुआई करने की उम्मीद की जा रही थी क्योंकि यही भूमिका वह 10 महीने पहले तक निभा रहे थे, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें नहीं चुना और रूतुराज गायकवाड़ को कप्तान घोषित किया।