साल में एक बार चेकअप जरूर कराएं महिलाएं, ताकि 40 के बाद न हो परेशानी
40 के बाद एक दौर फिर आता है जब महिलाएं हार्मोनल बदलाव के दौर से गुजरती हैं। इस समय की तैयारी के बारे में पहले तो महिलाओं में जागरूकता नहीं थी लेकिन अब वे इस बारे में अवेयर हो रही हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक लाइफ स्मूद तरीके से चलती रहे इसलिए 40 के करीब आते-आते महिलाओं को कुछ खास टेस्ट और चेकअप कराने शुरू कर देना चाहिए ताकि उनकी सेहत आगे ठीक रहे। यह चेकअप जीवन को आसान बनाते हैं, जैसे की प्री- मेनोपॉज के दौरान ऐसा लगता है कि आप एक भावनात्मक रोलर-कोस्टर पर हैं। प्री-मेनोपॉज के कारण होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण चिंता, उदासी तनाव और यहां तक कि अवसाद भी हो सकता है। भावनाओं की अस्थिरता देखने को मिलती है। प्री-मेनोपॉज को लेकर कुछ टेस्ट होते हैं। वहीं ब्लड प्रेशर, ब्रेस्ट एग्जामिनेशन टेस्ट, थॉयराइड फंक्शन टेस्ट, पेप सीमर टेस्ट, सीबीसी, ब्लड शुगर टेस्ट, लिपिड प्रोफाइल, विटामिन बी12 टेस्ट, आयरन लेवल, विटामिन डी व कैल्शियम की जांच जैसे टेस्ट डॉक्टर की सलाह से करा लेना चाहिए।
फुल बॉडी चेकअप जरूर कराएं
भले ही आपको कोई बीमारी न हो लेकिन डॉक्टर्स के मुताबिक महिलाओं को साल में एक बार अपना फुल बॉडी चेकअप जरूर कराना चाहिए क्योंकि यह टेस्ट अब महंगे भी नहीं रहे हैं। ज्यादातर महिलाओं को 40 साल की उम्र के बाद गठिया यानि आर्थराइटिस की समस्या होने लगती हैं। जोड़ों में दर्द, जकड़न होती है। अगर इसका इलाज समय पर न किया जाए तो यह समस्या गंभीर हो सकती है, लेकिन बिना टेस्ट के इसकी पुष्टि नहीं होती। 40 साल की उम्र के बाद महिलाओं में डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है जिससे थकान, अत्यधिक प्यास , धुंधली नजर और वजन कम होने लगता है। इसी उम्र के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। महिलाओं को हमेशा अपने कैल्शियम सेवन और विटामिन डी के स्तर का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है ताकि हड्डियों के स्वास्थ्य को नुकसान न पहुंचे। उम्र बढ़ने के कारण यूरिन करने में मदद करने वाली नसें कमजोर हो जाती हैं। यूरिन की समस्या तब होती है जब व्यक्ति खांसी और छींक के दौरान परेशानी महसूस करता है इसके लिए डॉक्टर्स के मिलने पर वे कीगल एक्सरसाइज महिलाओं को खासतौर पर सजेस्ट करते हैं, लेकिन यह सब तभी संभव है जबकि महिलाएं अपना चेकअप करना शुरू कर दें।
समय रहते सही इलाज मिलना शुरू हो जाता है
अगर आपको लगता है कि आप समय से पहले मेनोपॉज से गुजर रही हैं, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। इसके लिए अमूमन एस्ट्रोजन और एफएसएच टेस्ट करवाया जाता है, जिसे रक्त जांच के द्वारा किया जाता हैं। इससे मेनोपॉज के दौरान आनी वाली शारीरिक व भावात्मक परेशानियों पर नियंत्रण किया जा सकता है। इसके अलावा महिलाओं की 50 से अधिक जांचे एक साथ हो जाती हैं। अपने चिकित्सक के मिलकर इस बारे में जानकारी ले सकती हैं। फुल चेकअप व टेस्ट से अपने शरीर के बारे में विस्तार से जानकारी मिल जाती है। डॉ. प्रवीणा अग्रवाल, गायनेकोलॉजिस्ट
चेकअप के साथ डाइट में करें बदलाव
महिलाओं को विशेष रूप से अपनी डाइट में कैल्शियम और विटामिन-डी शामिल करना चाहिए ताकि 40 के करीब आते-आते वे परेशानियां महसूस न करें। इसके लिए अपना चेकअप कराती रहें। डॉ. अलका दुबे, आहार विशेषज्ञ