महिला नेत्री का ऐलान, 12 अक्टूबर को होगा जेल भरो आंदोलन, विधायक बोले-FIR के खिलाफ कोर्ट जाऊंगा
ग्वालियर। दो रोज पहले ग्वालियर के फूलबाग मैदान पर हुए गुर्जर महासम्मेलन के बाद उपजी हिंसा के बाद मुरैना विधायक राकेश सिंह मावई ने दो टूक कहा कि उन्होंने कोई भाषण नहीं दिया था, फिर भी एफआईआर दर्ज होना अचरज में डाल रहा है। जबकि राकेश रूस्तम सिंह सहित कई भाजपा के नेता मंचासीन थे लेकिन पुलिस ने उन पर कोई एफआईआर नहीं की। उधर हर्षिता गुर्जर का कहना है कि 12 अक्टूबर को जेल भरो आंदोलन किया जाएगा।
राकेश मावई ने पीपुल्स समाचार से चर्चा में कहा कि गुर्जर महासम्मेलन में मैं पहुंचा था, लेकिन काफी देर से। मैंने कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया। अगर पुलिस के पास मेरी कोई क्लीपिंग है तो सार्वजनिक करे। मावई ने कहा कि मैं कलेक्ट्रेट भी नहीं पहुंचा था, इसके बाद भी एफआईआर पुलिस और प्रशासन की अदूरदर्शिता को दर्शा रहा है।
हाईकोर्ट जाऊंगा
मावई ने कहा इस एफआईआर को वे हाईकोर्ट में चुनौती देंगे। क्योंकि जब मेरा कोई हाथ ही नहीं है तो एफआईआर क्यों? जबकि मंच पर भाजपा नेता राकेश रूस्तम सिंह सहित कई नेता थे लेकिन उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
प्रशासन ने साधी चुप्पी
इस पूरे मामले में कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह की चुप्पी असहज लग रही है। अगर पुलिस ने कोई गलत कार्रवाई की थी तो इन्हें रोकना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मंचासीन भाजपा नेताओं को बख्शना एक तरफा कार्रवाई की ओर इशारा कर रहा है।
गुर्जर नेत्री हर्षिता बोलीं, 12 को जेल भरो आंदोलन
गुर्जर महासम्मेलन में मंचासीन रहीं हर्षिता गुर्जर ने कहा है कि इस पूरे मूवमेंट को लेकर 12 अक्टूबर को जेल भरो आंदोलन किया जाएगा। उनका कहना है कि अगर मेरी बहन सुंदर भाटी और भाई रविन्द्र भाटी नहीं होते तो पुलिस मुझे 307 की धारा में अंदर भेज देती। जबकि गुर्जर समाज तमाशा देखता रहता। शर्म करो गुर्जर समाज के लोगों, आपकी भी माता, बहन हैं उनके साथ इस तरह का गलत व्यवहार कर रहे हो?
हवाई मार्ग से ग्वालियर आया था भड़काने वाला
इंस्टाग्राम पर एक लाख फॉलोवर्स के बीच इन्फ्लुएंसर सुनील अनाना ने गुर्जर हिंसा में भीड़ इकट्ठी करने के लिए सोशल मीडिया के जरिए कई पोस्ट वायरल की थीं। इस आंदोलन में शामिल होने के लिए इन्फ्लुएंसर सुनील हवाई मार्ग से ग्वालियर आया था, जो कि एयरपोर्ट से गुर्जर युवाओं को साथ लेकर सभा स्थल पर पहुंचा था।
क्राइम ब्रांच में सातवीं कायमी
गुर्जर हिंसा आंदोलन में पुलिस और प्रशासन पर अटैक करने वाले उपद्रवियों पर छह एफआईआर तो पहले ही हो चुकी थी। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने इंस्टाग्राम पर बौहरे मावई, फेसबुक पर अजय गुर्जर और विक्की गुर्जर द्वारा भड़काऊ पोस्ट को डालने पर मुकदमा दर्ज किया है।
भीड़ जुटाने वाले इन्फ्लुएंसर ने की थी एएसपी से झूमाझटकी
गुर्जर आंदोलन में उमड़ी उपद्रवियों की भीड़ में एक बड़े हिस्से के शामिल होने के पीछे इन्फ्लुएंसर गौरव कांदिल की अहम भूमिका रही है। इन्फ्लुएंसर गौरव कांदिल उर्फ बनवारी गुर्जर निवासी कुंज विहार बॉडी बिल्ंिडग का शौकीन है। इसी के चलते उसकी सोशल मीडिया पर काफी मात्रा में फेन फॉलोइंग है, गुर्जर समाज के अधिकतम युवा उसके जैसा बनना चाहते हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि गौरव ने ही आंदोलन के दौरान एएसपी और डीएसपी से झूमाझटकी की थी। आरोपी आंदोलन के दौरान सिर पर लाल स्वाफा बांधे हुए पुलिस अधिकारियों से धक्कामुक्की करता हुए वीडियो में कैद हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की पहचान कर पांच हजार का इनाम घोषित किया था।
हिंसक आंदोलन में कई नामों पर एफआईआर हुई है इसमें सभी की भूमिका जांची जा रही है। जो लोग उपद्रव में शामिल होगें उन्हीं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राजेश सिंह चंदेल, एसपी ग्वालियर