बगैर जेईई मेन घर बैठे 4 वर्षीय ऑनलाइन पाठ्यक्रम में होगी पढ़ाई
नई दिल्ली। जेईई मेन-2023 की मेरिट जारी होने के बाद कई छात्र आईआईटी में पढ़ाई न कर पाने के लिए मायूस होंगे। ऐसे छात्रों के लिए आईआईटी मद्रास जेईई मेन की मेरिट स्कोर के बगैर भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स की पढ़ाई का मौका दे रहा है। आईआईटी मद्रास ऐसे उम्मीदवारों के लिए घर बैठे ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में बैचलर ऑफ साइंस (बीएस) और बीएस इन डाटा साइंस एंड एप्लीकेशन प्रोग्राम लाया है। आईआईटी मद्रास के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, अब जेईई मेन के बगैर भी आईआईटी से ऑनलाइन चार वर्षीय बीएस की डिग्री ले सकते हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत बैचलर ऑफ साइंस में इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और डाटा साइंस एंड एप्लिकेशन का 21वीं सदी की मांग के आधार पर इस कोर्स को डिजाइन किया है। आईआईटी ने इस कोर्स में शिक्षा को सभी तक पहुंचाने के मकसद से आर्थिक रूप से कमजोर, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व दिव्यांग वर्ग के छात्रों को विशेष छात्रवृति देने की घोषणा की है। बीएस इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए 6 अगस्त को और बीएस इन डाटा साइंस एंड एप्लीकेशन प्रोग्राम के लिए 16 जुलाई को लिखित परीक्षा होगी।
छात्र सुविधानुसार चुन सकते हैं विकल्प
इनमें छात्रों को मल्टीपल एंट्री-एग्जिट की सुविधा मिलेगी। सुविधा अनुसार सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री का विकल्प चुन सकते हैं। जिन छात्रों ने फिजिक्स, मैथ के साथ 12वीं कक्षा की पढ़ाई की होगी, वे इसमें दाखिला ले सकते हैं। इसके अलावा प्रोफेशनल को भी दाखिले की सुविधा मिलेगी।
मैथ्स, साइंस वाले छात्र ले सकेंगे प्रवेश
जो छात्र 2023 में 12वीं कक्षा में फिजिक्स, मैथ विषयों के साथ पढ़ाई कर रहे हैं, वे भी इसमें दाखिला ले सकते हैं। इस ऑनलाइन पाठ्यक्रम से दूर-दराज व ग्रामीण इलाकों के छात्रों को घर बैठे गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिलेगी। छात्र घर बैठे, नौकरी के साथ इस कोर्स में दाखिला ले सकेंगे।
इन क्षेत्रों में भविष्य : इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स में बैचलर इन साइंस में डिग्री पाने के बाद छात्रों के पास इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइनर, एंबेडेड सिस्टम डेवलपर, इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर विशेषज्ञ, सिस्टम टेस्टिंग इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स अनुसंधान अभियंता में अपना भविष्य बना सकते हैं।