एक साथ दो डिग्री की कर सकेंगे पढ़ाई एक ऑनलाइन तो दूसरी ऑफलाइन
ग्वालियर। जेयू की अध्ययनशालाओं और संबद्ध कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र- छात्राएं सत्र 2023-24 से एक साथ दो डिग्री कोर्स कर सकेंगे। मसलन बीकॉम का छात्र बीबीए, एमए का छात्र एमबीए कर सकता है। इसके नियम तय किए गए हैं, जिसके तहत दोनों कोर्सों को पूर्णकालिक छात्र के रूप में करना चाहता है तो दोनों की टाईमिंग अलग-अलग होना चाहिए। अगर संभव नहीं है तो एक फिजिकल मोड और दूसरा ऑनलाइन या डिस्टेंस के जरिए किया जा सकता है। विवि द्वारा ऐसे छात्रों की परीक्षा इस प्रकार कराई जाएगी कि उन्हें दोनों कोर्सों की परीक्षाओं में शामिल होने में दिक्कत नहीं आए। छात्रों को दोनों कोर्सों की मार्कशीट और डिग्री एक साथ दी जाएंगी। उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव वीरनसिंह भलावी ने एक साथ दो कोर्स करने को लेकर विश्वविद्यालय के कुलसचिवों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
न्यू एजुकेशन पॉलिसी में प्रावधान किया गया
न्यू एजुकेशन पॉलिसी में एक साथ दो डिग्री करने का प्रावधान किया गया है। इसी के मद्देनजर उच्च शिक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग भी एक साथ दो डिग्री कोर्स करने को लेकर विश्वविद्यालयों को आदेश पहले ही जारी कर चुका है।
जीवाजी विवि में सीयूईटी ने नहीं होंगे प्रवेश
जीवाजी विवि की अध्ययनशालाओं में संचालित स्नातक पाठ्यक्रमों में सत्र 2023-24 में एडमिशन कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के जरिए नहीं होंगे। विवि की प्रवेश समिति ने इसे लेकर प्रस्ताव कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी को दिया है। समिति का मानना है कि सत्र 2022-23 में सीयूईटी के जरिए स्नातक कोर्सों में जितने प्रवेश हुए हैं वह सत्र 2021-22 से कम हैं। सत्र 21-22 में एंट्रेस टेस्ट के जरिए प्रवेश हुए थे। विवि ने सत्र 23-24 के लिए एंट्रेंस टेस्ट के जरिए ही स्नातक कोर्सों में प्रवेश करेगा।
स्थायी समिति और ईसी की बैठक में निर्णय होगा
सत्र 2023-24 से एक साथ दो डिग्री कोर्स करने के नियम को लागू करने से पहले विवि प्रकरण को स्थायी समिति और फिर कार्यपरिषद की बैठक में रखकर निर्णय लेंगे। इसके बाद ही नियम लागू हो पाएगा।
न्यू एजुकेशन पॉलिसी में एक साथ दो डिग्री करने का प्रावधान किया गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने इसे लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं, इसलिए इसे सत्र 2023-24 से लागू किया जाएगा। -प्रो. अविनाश तिवारी, कुलपति जेयू