लक्ष्मी के वाहन उल्लू को बचाने के लिए वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर ने उठाया बीड़ा
ग्वालियर। ग्वालियर शहर से 30 किमी दूर भदावना इलाके के जलस्रोत में किया गया गणेश विसर्जन अब लक्ष्मी के वाहन (उल्लू) के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। यहां एक समय लिस्टेड 92 प्रजाति के परिंदे थे। लेकिन, लापरवाही के कारण कई विलुप्त हो चुके हैं। इस पर शहर के वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर हिमांशु शर्मा की नजर पड़ी, तो उन्होंने इसके संरक्षण की मुहिम शुरू कर दी है। विलुप्त होते वन्य जीवों की प्रशासन ने सुध नहीं ली, तो शर्मा ने निजी खर्चे से सफाई का जिम्मा उठाया है। शर्मा ने बताया कि फिलहाल पोस्टर चस्पा कर मुहिम की शुरुआत की है। इसके बाद भदावना के कुंड व आसपास विसर्जित प्रतिमाओं को अन्यत्र शिफ्ट कर सफाई करेंगे।
ये परिंदे दो साल से विलुप्त
- ब्राउन फिश आउल
- इंडियन स्पॉटेड ईगल
- व्हाइट बेलीड मीनिवेट
- ब्राउन क्रेक
शहर के नजदीक जितने भी जलस्रोत हैं, इनमें से भदावना में काफी विलुप्तप्राय परिंदे देखे जाते थे। अब यहां पानी प्रदूषित होने से कई प्रजाति विलुप्त हो चुकी हैं। हम यहां पोस्टर लगा रहे हैं और यहां पानी के स्रोतों की सफाई शुरू कर रहे हैं। - हिमांशु शर्मा, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर