बच्चे को गोद में लेकर सड़क पार करते समय कार ने मारी टक्कर
इंदौर। कनाड़िया थाना क्षेत्र में बायपास पर हुए दर्दनाक सड़क हादसे में पांच माह के मासूम बालक की मौत हो गई, जबकि उसकी मां गंभीर रूप से घायल हो गईं। महिला बच्चे को गोद में लेकर सड़क पार कर रही थीं, तभी तेज गति से आ रही कार ने उसे टक्कर मार दी। अचानक हुए हादसे में दोनों बुरी तरह घायल हो गए।
उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया, जबकि महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। उधर, हादसे के बाद मौके पर मौजूद महिला के पति ने राहगीरों की मदद से करीब दो किलोमीटर तक पीछा कर कार चालक को पकड़ा और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। अधिकारिक जानकारी के अनुसार घटना झलारिया फाटा की है। दरअसल प्रदीप गुंडाले निवासी संजीवनी नगर (खजराना) और उसकी पत्नी शीतल शुक्रवार रात अपनी तीन साल की बेटी जिज्ञासा और पांच माह के बेटे मोक्ष को लेकर कहीं से घर लौट रहे थे।
झलारिया फाटा पर प्रदीप और जिज्ञासा तो सड़क पार कर दूसरी तरफ आ गए, लेकिन शीतल और मोक्ष पीछे रह गए। इस बीच अचानक देवास की तरफ से तेज रफ्तार में आ रही कार ने शीतल को जोरदार टक्कर मार दी। कार की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि शीतल दस फीट उछल गई। इस दौरान मोक्ष उसकी गोद से छूट गया और दूर जा गिरा। सिर में चोट लगने से कारण मोक्ष वहीं बेसुध हो गया। शीतल के सिर, हाथ-पैर और मुंह पर चोट आई है। लोगों ने हादसा देखा तो तत्काल उनकी मदद को पहुंचे और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया, वहीं शीतल की हालत भी गंभीर है।
भाग निकला कार सवार चालक गिरफ्तार
शीतल के पति प्रदीप के मुताबिक वह काम से छूटने के बाद ऑटो रिक्शा के लिए सड़क की दूसरी तरफ आ रहा था। टक्कर के बाद भी कार नहीं रुकी। शीतल और मोक्ष को लहूलुहान देख राहगीरों ने पीछा किया और कार को दो किमी दूर जाकर पकड़ लिया। कार में बैठे तीन लोग तो फरार हो गए, लेकिन चालक को दबोच लिया। कनाड़िया पुलिस ने केस दर्ज कर कार को जब्त कर लिया है।
मां को नहीं बताया... बेटा नहीं रहा
प्रदीप का कहना है कि घटना के बाद बेटी को मौसी के पास भेजा है। वह उसका ध्यान रख रही है। शीतल और बेटी दोनों को नहीं बताया कि मोक्ष अब इस दुनिया में नहीं रहा है। जब मोक्ष के बारे में उन्हें पता चलेगा तो पता नहीं क्या होगा। इधर, मोक्ष के जाने से प्रदीप के परिवार में गम का माहौल है। एमवाय अस्पताल में भी प्रदीप जैसे-तैसे अपने आपको संभालते नजर आए।
वैष्णोदेवी मंदिर की मान ली थी
बेटे मोक्ष के लिए वैष्णोदेवी मंदिर की मान ली थी। डिलीवरी के वक्त भी काफी पैसा लगा था। मोक्ष के होने के बाद वैष्णोदेवी मंदिर जाने वाले थे। इस बारे में पत्नी से भी चर्चा हो गई थी। 15 दिन बाद वैष्णोदेवी जाना था। जाने के लिए पूरी तैयारी भी कर ली थी। ट्रेन के बजाय प्राइवेट कार से मंदिर जाने की प्लानिंग की थी, ताकि कोई दिक्कत न आए, मगर उससे पहले ही मोक्ष हमसे दूर चला गया।
दो सड़क हादसों में दो की मौत
अलग-अलग स्थानों पर हुए दो सड़क हादसों में एक मजदूर की मौत हो गई। पहला हादसा भंवरकुआ थाना क्षेत्र में हुआ। यहां बाइक सवार कन्हैया पिता रामेश्वर निवासी सैलोदा खरगोन की सड़क हादसे में मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, घटना आईटी पार्क और जुपिटर अस्पताल के बीच की है। कन्हैया त्रिवेणी नगर में रहता था। शुक्रवार रात वह बाइक से घर लौट रहा था, तभी गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई और उसकी मौत हो गई। इसी प्रकार महू इलाके में मजदूर की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। वह बाइक पर सवार था, उसी से गिरने पर उसकी जान चली गई। जानकारी के अनुसार मृतक का नाम जीवन पिता नंदनसिंह निवासी गांव गांगलाखेड़ी महू है। रिश्तेदार रोहित के अनुसार जीवन पेशे से मजदूर है। कल वह मोटरसाइकिल से घर की ओर जा रहा था, रास्ते में गिर गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हुआ। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।