जहां रखी गई भारत की आजादी के आंदोलन की नींव, बंद होगा लंदन का वो इंडिया क्लब

जहां रखी गई भारत की आजादी के आंदोलन की नींव, बंद होगा लंदन का वो इंडिया क्लब

लंदन। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में 70 साल पुराना ऐतिहासिक इंडिया क्लब अब हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। क्लब की प्रोपराइटर की बेटी फिरोजा ने इसकी घोषणा की। क्लब में भारतीय स्वतंत्रता के आंदोलन की कई मीटिंग हुई हैं। स्वतंत्रता के बाद भी यह प्रवासी भारतीयों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। क्लब की जड़ें इंडिया लीग में थीं, जिसने ब्रिटेन में भारत की आजादी के लिए अभियान चलाया था। इसके संस्थापक सदस्यों में कृष्ण मेनन भी थे। वह बाद में यूके में पहले भारतीय उच्चायुक्त भी बने थे।

आजादी और विभाजन के बाद बदली तस्वीर

भारत की स्वतंत्रता और विभाजन के बाद यह तेजी से ब्रिटिश, दक्षिण एशियाई समुदाय केंद्र में बदल गया। फिरोजा के अनुसार 70 साल पूर्व हुए उद्घाटन के बाद से इंडिया क्लब भारतीय उपमहाद्वीप की पहली पीढ़ी के अप्रवासियों के लिए घर से दूर घर के समान था। फिरोजा बचपन से ही इस क्लब में अपने पिता की मदद किया करतीं थीं। यह क्लब 1946 से भारतीय उच्चायोग के पास स्ट्रैंड पर एक भारतीय रेस्तरां की कार्य कर रहा था। यह 26 कमरों वाले स्ट्रैंड कॉन्टिनेंटल होटल की पहली मंजिल पर स्थित है।

ये था कृष्ण मेनन का इरादा:

मेनन इसे ऐसी जगह बनाना चाहते थे। जहां युवा भारतीय खाना खा सकें और राजनीति पर चर्चा करके अपनी भविष्य की योजना भी बना सकें। क्लब ने कुछ साल पहले ही इस ऐतिहासिक बैठक स्थल और भोजनालय को विध्वंस से रोकने की लड़ाई जीती थी।

लड़ी लंबी लड़ाई:

इसके बाद मकान मालिकों ने आधुनिक होटल के लिए रास्ता बनाने नोटिस दिया था। क्लब की प्रोपराइटर मार्कर और उनकी बेटी फिरोजा ने सेव इंडिया क्लब अपील भी शुरू की क्योंकि वह इसे चलाना चाहती थीं। मगर अब हारकर बोझिल मन से इसे बंद करने की घोषणा की।