भीड़ ने मामा-मामा के नारे लगाए तो जंबूरी से निकला शिवराज का रोड शो

हजारों कार्यकर्ताओं के हुजूम ने रोका सीएम का काफिला

भीड़ ने मामा-मामा के नारे लगाए तो जंबूरी से निकला शिवराज का रोड शो

भोपाल। विधानसभा चुनाव के ठीक पहले मैदानी और बूथ कार्यकर्ताओं के महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विजय संकल्प दिलाने और सक्रियता के टिप्स देकर रवाना हो गए, उन्हें विदाई देकर लौट रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काफिले को कार्यकर्ताओं ने मार्ग में ही रोक लिया। सड़कों पर हजारों कार्यकर्ताओं का हुजूम था। सीएम ने इसके जवाब में कांच खोलकर हाथ हिलाया और कुछ ही पल में सीधे लोगों के बीच जा पहुंचे। सीएम को देखकर लोग उनके साथ सेल्फी लेने और उन्हें आवेदन सौंपने लगे। उनका काफिला रोड शो की शक्ल में करीब एक किलोमीटर दूर तक चलता रहा। पीछे सैकड़ों वाहन और कार्यकर्ताओं की भीड़ दौड़ती रही। जंबूरी से लौट रहे कार्यकर्ताओं का उत्साह देख शिवराज भी गाड़ी का गेट आधा खोलकर उस पर खड़े हो गए। उनका काफिला रेंगते हुए आगे बढ़ने लगा, पीछे सैकड़ों वाहन थे। लेकिन लोग दौड़-दौड़कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने उनसे बात करने उनके पास आते रहे। यह सिलसिला आयोजन स्थल जंबूरी मैदान से करीब एक किलोमीटर आगे तक चलता रहा। इस दौरान लोेगों की भीड़ मामा-मामा के नारे लगा रहे थे। बाबूलाल गौर महाविद्यालय के बाद सड़कों पर भीड़ कम होते देख सीएम भी गाड़ी के भीतर बैठ गए।

फिर सरकार बनाने का संकल्प

महाकुंभ में सीएम चौहान ने सरकार की कई योजनाएं गिनाईं। उन्होंने फिर से सरकार बनवाने का संकल्प दिलाया। यह भी दावा किया कि अगले पांच साल में मप्र नंबर-1 राज्य बन जाएगा। उन्होंने आह्वान किया कि अगले 2 माह पूरी तरह पार्टी के प्रचार को दे दें। इसके बाद लोकसभा चुनाव में सभी सीटें जीतकर प्रधानमंत्री के गले में 29 कमल की माला पहनाएंगे। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने लोगों की जिंदगी बदलने का काम किया है। पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में वल्लभ भवन भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था।