पाकिस्तान को सौंपे जहाज का घंटा हमारे पास, पुर्तगालियों से जब्त किए हथियारों का भी प्रदर्शन
एमवीएम ग्राउंड में गुरुवार को छुट्टी का दिन होने की वजह से बड़ी तादात में शहरवासी अपने बच्चों के साथ फौजी मेला देखने पहुंचे, जहां उन्होंने भारतीय सेनाओं के शस्त्रों व पूर्व में युद्धों में इस्तेमाल किए गए हथियारों की जानकारी ली। इस दौरान शाम के समय टैंक भी चलाए गए ताकि लोग देख सकें कि युद्ध भूमि पर यह किस तरह संचालित होते हैं। इसके अलावा भारत का अपना एक समृद्ध समुद्री इतिहास रहा है और समुद्री क्रियाकलापों संबंधी बातों का उल्लेख सर्वप्रथम ऋग्वेद में मिलता है। इन्हीं सभी बातों को संजोकर लाया है, इंडियन मैरिटाइम हिस्ट्री सोसायटी, जिसके कई सीनियर रिसर्च एसोसिएट यह जानकारी दे रहे हैं। भारतीय पुराणों में महासागर, समुद्र और नदियों से जुड़ी हुई ऐसी कई घटनाएं मिलती हैं जिससे इस बात का पता चलता है कि मानव को समुद्र और महासागर रूपी संपदा से काफी फायदा हुआ है। फौजी मेला सुबह 9 बजे से शाम 6.30 तक रहेगा।
पुर्तगालियों से बरामद तोप
यह तोप पुर्तगालियों ने 1961 के गोवा मुक्ति संग्राम के दौरान इस्तेमाल की थी। यह भारतीय नौसेना द्वारा अंजदीप से बरामद की गई थी।
तीनों सेनाओं में कॅरियर की जानकारी दी जा रही
इसके अलावा यहां अलग-अलग तरह के टैंकों की जानकारी व कम्युनिकेशन सिस्टम के बारे में जानकारी दी जा रही है। बच्चों व बड़ों के लिए एडवेंचर टास्क है जिन्हें पूरा करने में सभी को आनंद आ रहा है। यहां इंडियन आर्मी में कॅरियर पर जानकारी के लिए मोटिवेशन जोन बनाया गया है जहां अग्निवीर से लेकर भारतीय थल, जल व वायु सेना में कॅरियर की जानकारी दी जा रही है।
एक्स-गोदावरी जहाज के इतिहास की रोचक जानकारी
एक्स गोदावरी जहाज एचएमआईएस को 1943 में नियुक्त किया गया था और 1947 के विभाजन के बाद इसे पाकिस्तानी नौ सेना को दिया गया, जहाज तो पाकिस्तान के पास चला गया लेकिन इसका घंटा भारत के पास रहा। फिर 1959 में पाकिस्तान ने इस जहाज को डिस्मेंटल कर दिया था। मैरिटाइम हिस्ट्री सोसायटी की सीनियर रिसर्च एसोसिएट अमृता तावडेकर ने बताया कि भारत के सामुद्रिक भूगोल का इतिहास यहां दिखाया है कि भारत कैसे बना था। सिंधु-सरस्वती सभ्यता के बंदरगाह स्थल दिखाए हैं , जहां गुजरात से इराक की तरफ हमारे जहाज कूच करते थे। हड़प्पा कालीन शंख दिखाया है जिसकी इराक के मांग आती थी।