चंबल से पानी लाकर नए-पुराने वार्डों में डिस्ट्रीब्यूशन हो एक साथ, बाड़ा पार्किंग का निर्माण हो मार्च 2025 तक
ग्वालियर। ग्वालियर में पेयजल समस्या खत्म करने के लिए चंबल से पानी लाने व नए वार्डों में पाइप लाइन डालकर व पुराने वार्डों में डिस्ट्रीब्यूशन कार्य पर एक साथ काम हो, जिससे जल्द से जल्द पेयजल मिलने लगे। यदि प्रोजेक्ट अलग-अलग होंगे, तो इसमें बहुत समय लगेगा। साथ ही अगले तीन साल में ग्वालियर विकास के मामले में पूरी तरह बदल जाना चाहिए। यह निर्देश केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह की मौजूदगी में प्रशासनिक अधिकारियों को दिए।
शुक्रवार की स्मार्ट सिटी कार्यालय मोतीमहल में आयोजित बैठक के दौरान केन्द्रीय मंत्री ने वेस्टर्न बायपास मामले में कहा कि यह ग्वालियर के अविकसित क्षेत्र साडा सहित अन्य को पूरी तरह बदलकर विकसित कर देगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र से मिलने वाली ई- बसें छोटे आकार की हैं और ये रूट पर चलने के साथ उनके संचालन में कोई रोडा न बने, ऐसी व्यवस्था बनाए। वहीं आईएसबीटी निर्माण की स्टेटस रिपोर्ट जानने पर 90 प्रतिशत काम होने की जानकारी मिलते ही उन्होंने कहा कि अब वहां से बसों का संचालन शुरू किया जाए और यात्रियों को आईएसबीटी से शहरभर में जाने के लिए अन्य साधनों की प्लानिंग कर सुविधा दी जाए।
इसके बाद उन्होंने महाराज बाड़े पर स्मार्ट सिटी द्वारा रिनोवेशन के चलते जारी गवर्नमेंट प्रेस व गोरखी में निर्माणाधीन पार्किंग की स्थिति जानी। साथ ही महाराज बाड़े पर पार्किंग की समस्या खत्म करने के लिए जारी निर्माण को मार्च 2025 तक पूरा करने की टाइम लिमिट दी। वहीं केन्द्रीय मंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि वे विकास कार्यों के लिए केन्द्र व राज्य स्तर पर पैसे की कोई कमी नहीं होने देंगे। बैठक में पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, कलेक्टर रूचिका चौहान, एसपी धर्मवीर सिंह, निगमायुक्त हर्ष सिंह, स्मार्ट सिटी सीईओ नीतू सिंह सहित अन्य मौजूद थे।
एयरपोर्ट की छत लीकेज मुद्दे पर पूछी रिपोर्ट
गिनती के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ देर शाम हुई बैठक में ग्वालियर के नए एयरपोर्ट की छत लीकेज मामले में केन्द्रीय मंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों से कारण पूछा, तो अधिकारियों ने बताया कि सीवर पाइप लाइन से जुड़ा मामला है और उसके संबंध में रिपोर्ट तैयार कर संबंधितों तक भेज दी गई है।