तिघरा में मई 2024 तक का पानी, ऊपर के डैमों से नहीं मिलेगी मदद
ग्वालियर। जल संसाधन विभाग द्वारा तिघरा में अवर्षा की स्थिति के चलते डेली पानी की जगह एक दिन छोड़कर जलप्रदाय देने के प्रस्ताव पर नगर निगम ने काम शुरू कर दिया है। हालांकि इस निर्णय को निगमायुक्त के प्रस्ताव पर एमआईसी व परिषद की मुहर पर लिया जाएगा। क्योंकि तिघरा में एक दिन छोड़कर पानी देने के चलते केवल मई 2024 तक का पानी है और पेहसारी, ककैटो व अपर ककैटो डेम से भी पानी लाने की स्थिति जगह व किसानों के काटने के चलते नगण्य होती दिख रही है।
ग्वालियर की लगभग 14 लाख आबादी के लिए मोतीझील, जलालपुर, तिघरा वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों से ग्वालियर, ग्वालियर दक्षिण व ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के साथ कैंटोमेंट एरिया व मुरार क्षेत्र में पानी की सप्लाई प्रतिदिन दी जा रही है। जिसके लिए लगभग 12.5 एमसीएफटी पानी की सप्लाई तिघरा से मिल रहा है। तिघरा से एक दिन छोड़कर सप्लाई देने के चलते तिघरा का वर्तमान लेवल 728.65 फुट यानि 2249.36 एमसीएफटी पानी बना हुआ है, जो अपने अधिकतम स्टोरेज लेवल 740 फुट से 11.35 फुट नीचे आ चुका है और डेड स्टोरेज 715 फुट से 13.65 फुट ऊपर है। इसके नीचे जाने पर तिघरा से सभी वाटर ट्रीटमेंट प्लांटो पर मिट्टी युक्त गंदा पानी आने की शुरू हो जाएगी और लगभग 713 फुट तक पानी की सप्लाई शहरवासियों को मिल सकेगी।
एमआईसी-परिषद लेगी आखिरी निर्णय
भले ही जल संसाधन विभाग ने पीएचई विभाग के अधिकारियों को एक दिन छोड़कर पानी देने के लिए पत्र पहुंचा दिया हो, लेकिन यहां अधिकारियों के प्रस्ताव पर निगमायुक्त हर्ष सिंह द्वारा एमआईसी को पहुंचाया जाएगा और वहां से परिषद में जाने पर ही एक दिन छोड़कर अथवा दो दिन छोड़कर पानी देने का निर्णय हो सकेगा। हालांकि निगम परिषद का विशेष सम्मेलन 05 सिंतबर को होना प्रस्तावित है।
ऊपर के डैमों से नहीं मिलेगी मदद
पेहसारी डेम से तिघरा तक पानी लाने के चलते जगह के सभी रास्तों में खदक व गड्डे अभी पूरी तरह से खाली है और अब बारिश के न होने से अपर ककैटो, ककैटो व पेहसारी से सप्लाई लेने पर बमुश्किल 35-40 प्रतिशत पानी ही मिल पाएगा। क्योंकि रास्ते में जगह में स्थित गड्डे व किसानों द्वारा खेतों के लिए पानी ले लेने से सप्लाई का जल स्तर कम हो जाएगा है। साथ ही पानी की सप्लाई आंशिक मिलने पर पेयजल के लिए कोई खासा असर नहीं दिखेगा।