जिला अस्पताल मुरार को कायाकल्प के रिजल्ट का इंतजार

जिला अस्पताल मुरार को कायाकल्प के रिजल्ट का इंतजार

ग्वालियर। प्रदेशभर के जिला अस्पतालों के लिए चलाई जाने वाली कायाकल्प योजना के रिजल्ट का जिला अस्पताल मुरार को इंतजार है। अगर सब अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक रहा तो अपनी इस श्रेणी में साख खो चुका जिला अस्पताल मुरार एक बार फिर से चर्चाओं में आ जाएगा। अस्पताल प्रबंधन की मानें तो इस महीने के अंत तक फाइनल असेसमेंट का रिजल्ट आएगा और इसमें प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों की घोषणा की जाएगी कि किस अस्पताल को कौन-सी रैंक हासिल हुई थी। हालांकि जिला अस्पताल मुरार में पिछले कुछ दिनों में मरीजों के लिए कई सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। वहीं दूसरी ओर फाइनल असेसमेंट की बात की जाए तो जिला अस्पताल मुरार में 19 जनवरी को मुरैना से आए डॉ. सुरेंद्र गुर्जर एवं डॉ प्रमोद मिश्रा ने सुबह से लेकर शाम तक जच्चाखाना मुरार एवं जिला अस्पताल मुरार में निरीक्षण किया था। इस दौरान टीम को कुछ एक जगह छोड़ दी जाए तो बाकी जगह व्यवस्थाएं संतोषजनक मिली थीं, जो खामियां मिली थीं उन्हें टीम द्वारा नोट किया गया था। गत वर्ष टीम ने जिला अस्पताल मुरार को प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में 23 वां स्थान प्रदान किया था।

डीएम के निर्देश पर मोबाइल से सुरक्षा की मॉनिटरिंग

जिला अस्पताल मुरार में अभी कुछ दिनों पहले कलेक्टर अक्षय कुमार ने निरीक्षण करने पहुंचे थे इस दौरान डीएम द्वारा सुरक्षा को लेकर निर्देश दिए थे, उस पर अस्पताल प्रबंधन ने अमल किया, जिससे मरीजों व उनके अटेंडरों की परेशानी कुछ हर तक हल भी हुई है। अब सिविल सर्जन व आरएमओ अपने मोबाइल पर ही सुरक्षा के लिए लगाए गए कैमरों को देख लेते हैं जिससे कर्मचारियों में भय पैदा हो गया है। इस अस्पताल में मरीजों की सुविधा हेतु डिजिटल टोकन सिस्टम सुविधा शुरू कर दी गई है, जिसके तहत मरीजों के रजिस्ट्रेशन करते समय एक पर्ची भी दी जाती है, ताकि मरीजों को अनावश्यक डॉक्टर के चेंबर में ना खड़ा होना पड़े, ताकि नंबर से ही मरीज देखे जा सकें। इसके साथ ही सेंट्रल माइक सिस्टम की सुविधा भी शुरू कर दी गई है, जिसके तहत जिला अस्पताल एवं जच्चाखाना के मरीजों एवं स्टाफ को एक साथ ही सूचनाएं दी जा सके। मरीजों की सुविधा हेतु भी कई स्थानों पर मरीजों के बैठने और भोजन आदि की सुविधा हेतु चबूतरों का भी निर्माण करवाया गया है।

कायाकल्प की फाइनल असेसमेंट के रिजल्ट को लेकर हमें उम्मीद है कि इस बार हमारा अस्पताल टॉप टेन में जगह बना सकता है, असेसमेंट काफी ठीक रहा था। पिछले एक सप्ताह में हमने कई विकास कार्य किए हैं, जिससे अस्पताल की व्यवस्था बेहतर हुई है। डॉ. आलोक पुरोहित, आरएमओ जिला अस्पताल मुरार