टाइगर के मूवमेंट को कैप्चर करने के लिए कई दिनों तक किया इंतजार
जिस तेजी से समय बदल रहा है उसके साथ ही फोटोग्राफी की तकनीक में भी बदलाव आए हैं। फिर चाहे वो परिवर्तन कैमरे के उपग्रेडेशन पर जुड़े हो या फिर फोटो एंगल से जुड़े हो। टेक्निक ने नई जनरेशन के फोटोग्राफर्स के लिए बहुत कुछ आसान कर दिया है। इतना आसान फोटोग्राफी क्लिक करना किया है उतना ही टफ एक परफेक्ट फोटो क्लिक करना होता है। बात करें वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी की तो एक फोटो खींचने के लिए कुछ फोटोग्राफर्स दो से तीन महीने तक एक परफेक्ट क्लिक का इंतजार करते हैं। कुछ को तो उनके हमले का भी सामना करना पड़ जाता है। वहीं टाइगर के मूवमेंट के बेस्ट फोटोज को क्लिक करने के लिए पैशन्स भी रखना होता है। आईएम भोपाल ने शहर के उन फोटोग्राफर्स से बात कर वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे के अवसर पर एक शानदार फोटो क्लिक करने के पीछे की कहानी को जाना।
छलांग लगाते हिरण का फोटो किया क्लिक
वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी करना सबसे मुश्किल काम होता है। इसमें हमें आॅब्जेक्ट पर निर्भर रहना पड़ता है। मैंने एक क्लिक के लिए कई साल तक इंतजार किया है। कई बार आधा फिट पानी में खड़े होकर फोटो ली हैं। मैंने हिरण की छलांग लगाते हुए फोटो के लिए तीन साल तक इंतजार किया। एक क्लिक के लिए पूरे दिन भी खड़ा रहा हूं, जिससे अच्छा आॅब्जेक्ट कैप्चर हो सके। इसके अलावा हाल ही में इंडियन कोर्सर पक्षी का फोटो क्लिक किया है, जो कि नौ साल बाद भोपाल में नजर आर्इं है।- मनीष शुक्ला, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर
अचानक से गाड़ी के सामने आकर खड़ा हो गया था टाइगर
मैं मड़ई सफारी के दौरान टाइगर मूवमेंट को क्लिक कर रहा था। ठंड का मौसम ही था जिप्सी से सफर करते हुए पूरा दिन गुजर गया था कोई मूवमेंट नहीं दिखा। फिर शाम 4 बजे वापस लोट रहे थे, उस दौरान अचानक से टाइगर हमारी गाड़ी के सामने आकर खड़ा हो गया था। हम इंतजार करते रहे और बहुत देर तक क्लिक्स करना शरू किया। - ऋषभ व्यास, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर