वायरल पीड़ित अब हो रहे रैशेज का शिकार
जबलपुर। लगातार बदल रहे मौसम से इन दिनों वायरल के साथ मरीज रैशेज का शिकार हो रहे है। अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले वायरल पीड़ित मरीजों के साथ रैशेज (लाल चकते) पीड़ित के मरीजों की संख्या में करीब 25 फीसदी तक बढ़ गई है। इन दिनों हालात ये हैं कि सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों की ओपीडी में सबसे ज्यादा मरीज मेडिसन में पहुंच रहे हैं। जिसके चलते ओपीडी सुबह से लेकर दोपहर बंद होने तक फुल चल रही है।
150 तक पहुंच रही मेडिसन की ओपीडी
विक्टोरिया अस्पताल के चिकित्सक विशेषज्ञ डॉ. आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले सप्ताह से वायरल के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसका कारण मौसम में सर्द-गर्म होना है फिलहाल मेडिसन की ओपीडी 150 तक पहुंच रही है। वायरल से बचने के लिए बाहर के खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
क्या कहते हैं चिकित्सक विशेषज्ञ
नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के चर्म रोग विभाग असि. प्रोफेसर एवं एचओडी डॉ. सृष्टि त्रिपाठी ने बताया कि इन दिनों रैशेज के मरीजों की संख्या बढ़ी है। इनमें वे मरीज ज्यादा है जो कि वायरल से पीड़ित थे साथ ही मौसम में ठंडक बढ़ने से शीत के मरीज भी इन दिनों सामने आ रहे है। पिछले कुछ दिनों से विभाग की ओपीडी करीब 150 तक पहुंच रही है इसमें करीब 25 फीसदी मरीज रैशेज के है। रैशेज से बचने के लिए इस मौसम में विशेषतौर पर सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही इस तरह के लक्षण नजर आने पर चिकित्सक विशेषज्ञ के परामर्श के बाद ही दवाओं का सेवन करें।
जिला अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों मरीजों की संख्या पहले की अपेक्षा ज्यादा है। इसे देखते हुए बेड से लेकर दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था कराई गई है। साथ ही समय पर चिकित्सक ओपीडी में पहुंचे इसके लिए भी दिशा-निर्देश दिये जा चुके है। डॉ. मनीष मिश्रा सीएमएचओ जबलपुर