चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की दोबारा सॉμट लैंडिंग, स्लीप मोड में गया
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) ने बताया कि चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने चंद्रमा पर दोबारा सॉμट लैंडिंग की है। इसरो ने एक वीडियो शेयर कर सोशल मीडिया पर लिखा कि विक्रम लैंडर ने हॉपिंग (छलांग) का सफल प्रयोग किया। इसे आगे की तैयारियों के अभ्यास के रूप में माना जा रहा है। इसरो ने बताया, कमांड देने पर इसने उम्मीद के मुताबिक खुद को करीब 40 सेंटीमीटर तक उठाया और 30-40 सेंटीमीटर की दूरी पर सेफ लैंडिंग की। इस प्रक्रिया को एजेंसी ने किक-स्टार्ट बताया है। बता दें, चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान ने चंद्रमा की सतह पर अपना काम पूरा कर लिया है और अब यह स्लीप मोड अवस्था में चला गया है। इसरो के अनुसार, पेलोड अब बंद कर दिए गए हैं। लैंडर रिसीवर चालू रखे गए हैं। सौर ऊर्जा खत्म हो जाने और बैटरी खत्म हो जाने पर विक्रम, प्रज्ञान के बगल में सो जाएगा। 22 सितंबर, 2023 के आसपास उनके फिर से जागने की उम्मीद है।
चंद्रयान-3 को विदा करने वाली वैज्ञानिक वलारमथी का निधन
लाखों किमी की यात्रा कर चांद पर पहुंचे चंद्रयान-3 मिशन की अहम सदस्य रहीं एन. वलारमथी (50) का निधन हो गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वैज्ञानिक वलारमथी ने ही चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के समय उलटी गिनती की थी। डॉक्टरों के अनुसार उनका निधन हार्ट अटैक के चलते हुआ। तमिलनाडु के अरियालुर की रहने वालीं वलारमथी पिछले छह सालों से इसरो के सभी लॉन्चों के लिए उलटी गिनती की घोषणाएं कर रही थीं। उल्लेखनीय है कि 23 अगस्त को चांद के उत्तरी ध्रुव पर लैंड करने वाले चंद्रयान 3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था। सफल चंद्रयान 3 मिशन उनका अंतिम काउंटडाउन साबित हुआ।