पं. धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ संयुक्त बसोर समाज ने निकाली रैली, FIR की हुई मांग

पं. धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ संयुक्त बसोर समाज ने निकाली रैली, FIR की हुई मांग

जबलपुर। बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले कथा वाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री एक बार फिर कथित विवादित बयान को लेकर बेन समाज के निशाने पर आ गए हैं। समाज का आरोप है कि हालही में राजस्थान के सीकर में बसोर समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी धीरेंद्र शास्त्री ने की थी। इसके विरोध में शहर में बसोर समाज एक रैली निकाल कर विरोध दर्ज कराया और अपनी आपत्ति दर्ज करवाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की। बुधवार को बसोर समाज के लोगों ने शहर के मालवीय चौक से लेकर कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली। और धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है। बसोर समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि बीते दिनों राजस्थान के सीकर में एक सभा चल रही थी। इस सभा के ही दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री से सवाल करने के लिए एक युवक उनके पास आया और कहा कि मैं ब्राह्मण हूं इस पर धीरेंद्र शास्त्री ने पलटकर जवाब देते हुए कहा कि मैं कौन सा बसोर हूं, मैं भी ब्राह्मण ही हूं।

पहले भी अहिरवार समाज के लिए दे चुके हैं बयान

बसोर समाज के लोगों का कहना है कि धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान बेहद आपत्तिजनक है और वे इसके पहले भी अहिरवार समाज को लेकर आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं। बसोर समाज के लोगों का यह भी कहना है कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कहने वाले लोग यह समझ ले की इस हिंदू राष्ट्र में उन जातियों का भी बड़ा योगदान है जिन्हें लोग छोटी जातियां मानते हैं।

योगेन्द्र दुबे की छवि पर आघात पहुंचाने के खिलाफ ब्राम्हण उतरे सड़क पर

ब्राम्हण समाज के प्रतिष्ठित जन और मप्र कर्मचारी संघ के प्रदेश पदाधिकारी योगेन्द्र दुबे के नाम से कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता की प्रोफाइल से जारी आडियो के माध्यम से बहुत ही अभद्र और अश्लील गालियां दी गई हैं जो उनकी छवि को आघात पहुंचा रही है। ब्राम्हण समाज अपने श्रेष्ठ संस्कारों के लिए जाना जाता है और ऐसी हरकत किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं की जा सकती। बुधवार को हजारों की संख्या में ब्राम्हण समाज के लोगों ने विशाल रैली के रूप में एसपी टीके विद्यार्थी को ज्ञापन सौंपा जिसमें दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है। इस अवसर पर ज्ञापन सौंपने पहुंचे ब्राम्हण संगठनों में ब्राम्हण एकता मंच, भार्गव ब्राम्हण सभा,परशुराम सेना,गौड़ ब्राम्हण सभा,मैथिल ब्राम्हण सभा,कान्यकुब्ज ब्राम्हण सभा, अ.भा. ब्राम्हण सभा,सनाढ्य संगम,सरयूपारी ब्राम्हणसभा आदिसंगठन शामिल रहे।