MLA बनने की खातिर पसीना बहा रहे केंद्रीय मंत्री और सांसद
प्रदेश की हाईप्रोफाइल 7 सीट: दिग्गज नेताओं की साख दांव पर
भोपाल। मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में हाईप्रोफाइल 7 सीट भी हैं जहां केंद्रीय मंत्री और सांसद विधायक बनने के लिए पसीना बहा रहे हैं। इन क्षेत्रों में 3 केंद्रीय मंत्री और 4 सांसदों के सामने ‘करो या मरो’ की स्थिति बनी है। सीधी और नरसिंहपुर को छोड़ बाकी पांचों दिमनी, निवास, गाडरवारा, जबलपुर पश्चिम और सतना सीटों पर पिछले चुनाव 2018 में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी और प्रहलाद पटेल नरसिंहपुर सीट के साथ क्षेत्र की अन्य सीटों पर स्टार प्रचारक के बतौर कैंपेन करने में जुटे हैं। फग्गन सिंह कुलस्ते के लिए निवास सीट पर मतदाताओं को लुभाने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है।
सांसदों को भी चुनौती, कहीं असंतुष्ट बन रहे राह का रोड़ा
दिमनी में तोमर की परीक्षा
दिमनी सीट पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सामने कांग्रेस के रवींद्र सिंह तोमर ताल ठोक रहे हैं। पिछली बार भाजपा को यहां 18 हजार 477 वोटों से पराजय का सामना करना पड़ा था।
नरसिंहपुर: वोटर्स से मनुहार
नरसिंहपुर सीट पर दमोह सांसद केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के सामने कांग्रेस के लखन सिंह पटेल चुनाव मैदान में हैं। केंद्रीय मंत्री पटेल पहली बार विधायक बनने के लिए मतदाताओं की मनुहार में जुटे हैं।
निवास : संघर्ष के हालात
केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के सामने कांग्रेस ने चैनसिंह बरकड़े को प्रत्याशी बनाया है। कुलस्ते यहां मतदाताओं को अपने संबंधों की दुहाई देकर घर-घर दस्तक दे रहे हैं।
सतना: घर-बाहर दोनों की चुनौतियों से सामना
जातीय और क्षेत्रीय समीकरण के अलावा भाजपा के असंतुष्ट नेताओं ने चुनाव लड़ रहे सांसद गणेश सिंह की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उन्हें घर और बाहर दोनों तरफ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस ने सिद्धार्थ कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है।
गाडरवारा: समीकरण साधने का संकट
गाडरवारा में क्षेत्रीय सांसद राव उदयप्रताप सिंह के सामने वर्तमान कांग्रेस विधायक सुनीता पटेल चुनाव लड़ रही हैं। उनके सामने यहां के सियासी और जातीय समीकरण को साधने का संकट बना हुआ है। राव अन्य सीटों पर नहीं जा पा रहे।
जबलपुर पश्चिम: चौतरफा मुश्किलों की स्थिति
जबलपुर पश्चिम सीट पर क्षेत्रीय सांसद राकेश सिंह के सामने हारी हुई सीट को जिताने के लिए असंतुष्टों को साधना मुश्किल पड़ रहा है। कांग्रेस से उनके सामने मौजूदा विधायक और पूर्व मंत्री तरुण भनोत चुनाव मैदान में हैं।
सीधी : कठिन है डगर
सीधी में सांसद रीति पाठक के सामने कांग्रेस ने ज्ञान सिंह को उतारा है। मौजूदा विधायक केदार शुक्ला की बगावत ने रीति की राह में कांटे बो दिए हैं। क्षेत्र के अन्य असंतुष्ट नेता भी चुनौती बने हुए हैं।