36% युवाओं के लिए बेरोजगारी तो 16% के लिए गरीबी बड़ी समस्या

लोकनीति-सीएसडीएस ने मप्र समेत 18 राज्यों में किया सर्वे

36% युवाओं के लिए बेरोजगारी तो 16% के लिए गरीबी बड़ी समस्या

नई दिल्ली। लोकनीति-सीएसडीएस के ताजा सर्वे में दावा किया गया है कि देश के 15 से 34 साल के 36% युवा बेरोजगारी को सबसे बड़ी समस्या मानते हैं, जबकि 16% गरीबी और 13 प्रतिशत महंगाई को सबसे बड़ी समस्या मानते हैं। सर्वे में भाग लेने वाले 6% युवाओं ने भ्रष्टाचार को देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती माना, जबकि 4% ने शिक्षा और बढ़ती जनसंख्या को चुनौती करार दिया। लोकनीति-सीएसडीएस की ताजा रिपोर्ट पर नजर डालें तो साल 2016 में हुए ऐसे ही सर्वे के मुकाबले अब बेरोजगारी को बड़ी समस्या मानने वाले युवाओं की संख्या में 18 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। जबकि महंगाई को सबसे बड़ी समस्या मानने वाले युवाओं की संख्या में भी 7% इजाफा हुआ है। सर्वे में 18 राज्यों (यूपी, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मप्र, तमिलनाडु, राजस्थान, कर्नाटक, गुजरात, ओडिशा, केरल, झारखंड, असम, पंजाब, छत्तीसगढ़ और दिल्ली) के 9316 युवाओं को शामिल किया गया। ये सभी युवा मध्यम वर्ग से ताल्लुक रखने वाले थे। सर्वे में शामिल 40% ऐसे युवा जो ग्रेजुएट या उससे ज्यादा पढ़े लिखे थे, उन्होंने बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा बताया, जबकि अशिक्षित वर्ग के 27% युवाओं के लिए बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है।

49% युवाओं के पास नौकरी

  •  49% युवाओं ने कहा कि उनके पास किसी न किसी तरह का काम है। इसमें से 40% के पास फुल टाइम नौकरी थी, जबकि 9% पार्ट टाइम नौकरी कर रहे थे। 
  • इनमें से करीब 23% युवा खुद का बिजनेस कर रहे हैं, जबकि 16% ऐसे थे, जो डॉक्टर या इंजीनियर हैं।
  • 15% युवा कृषि काम में लगे थे, जबकि 27% अकुशल कामगार थे।

हेल्थ सेक्टर है पहली पसंद

सर्वे में शामिल युवाओं में से करीब 16 प्रतिशत ने कहा कि हेल्थ सेक्टर उनका पसंदीदा जॉब है। डॉक्टर, नर्स या अन्य मेडिकल स्टाफ के तौर पर काम करना चाहेंगे। इसी तरह एजुकेशन सेक्टर को 14 प्रतिशत युवाओं ने पसंदीदा बताया, जबकि 10 फीसदी युवाओं ने विज्ञान- प्रौद्योगिकी और खुद के व्यवसाय को तरजीह दी। 6 फीसदी ने सरकारी नौकरी को प्राथमिकता बताया।

पांच में से 3 युवाओं को चाहिए सरकारी नौकरी

सर्वे में शामिल युवाओं से जब यह पूछा गया कि अगर उन्हें सरकारी नौकरी, प्राइवेट नौकरी या खुद के बिजनेस में से चुनना हो तो किसे चुनेंगे? प्रत्येक 5 में से 3 युवाओं ने सरकारी नौकरी को प्राथमिकता बताया। जब 4 में से एक ने खुद के रोजगार को। साल 2007 के इसी तरह के सर्वे में 16% युवाओं ने खुद के बिजनेस को प्राथमिकता दी थी। अब ऐसे युवाओं की संख्या 27% है। यानी 11% बढ़ गई है। वहीं सर्वे में शामिल 42% पुरुषों के लिए बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है तो 31 फीसदी महिलाओं ने बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा माना है। वहीं सर्वे में निम्न आय वर्ग के युवाओं ने गरीबी और बढ़ती महंगाई को बड़ी समस्या माना। सर्वे में शामिल सभी वर्ग की महिलाओं ने खानपान की वस्तुओं की बढ़ती कीमतों और गरीबी को लेकर चिंता जाहिर की।