खतरनाक हो सकती हैं स्ट्रीट लाइट की अंडरग्राउंड वॉयरिंग,नहीं हो रहा मेंटीनेंस
जबलपुर। मॉडल रोड,तीन पत्ती चौक,कटंगा से ग्वारीघाट रोड,शास्त्रीब्रिज के दोनों ओर, रानीताल- दमोह नाका रोड, मालवीय चौक से सुपर मार्केट रोड पर बरसों पहले स्ट्रीट लाइट को अंडरग्राउंड वायरिंग की गई थी। मेंटेनेंस के अभाव में इन पोल्स से वायरिंग बाहर झांकने लगी हैं जो क्षतिग्रस्त भी हुई हैं। इनमें करंट की आशंका भी बढ़ जाती हैं और ये वाहन चालकों के लिए खतरा बन सकती हैं।
रोड डिवाइडर के बीच लगाई गई स्ट्रीट लाइट के लिए अंडरग्राउंड इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क करवाया गया था। किसी भी पोल की एलईडी स्ट्रीट लाइट यदि खराब हो जाती है तो उस विद्युत पोल की खराबी जांचने के लिए आसपास के विद्युत तारों को छिन्न-भिन्न कर दिया जाता है। स्ट्रीट लाइट सुधारने के बाद तारों को पुरानी स्थिति में लाने का प्रयास नहीं किया जाता है। जिससे डिवाइडर के बीच से तार झांकने लगते हैं और बारिश के दिनों में ये करंट के वाहक बन सकते हैं। शहर की कई सड़कों को अंडर ग्राउंड इलेक्ट्रिफिकेशन जानलेवा हो सकता है। नगर निगम और स्मार्ट सिटी केपास अंडरग्राउंड इलेक्ट्रिफिकेशन के मेंटेनेंस के लिए बजट का प्रावधान ही नहीं है। जिसके कारण सालों से सड़क डिवाइडर में झांकते विद्युत तारों का मेंटेनेंस ही नहीं करवाया गया है।
ठेकेदारों ने बिगाड़ी व्यवस्थाएं
नगर निगम में प्रकाश विभाग के ज्यादातर काम ठेकेदारों के भरोसे हैं। किसी भी खराबी में इनका नाम अधिकारी आगे कर देते हैं। लाइट खराब होने की स्थिति में ये किसी तरह तार काटकर या जोड़कर खराबी तो ठीक कर देते हैं मगर तार को पूर्ववत स्थिति में नहीं लाते। इस तरह की लापरवाही वाहन चालकों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।
ये सड़कें हुईं असुरक्षित
- मॉडल रोड का डिवाइडर कई हिस्से में डिवाइडर के बीच में कटे-फटे बिजली के वायर हैं।
- कटंगा से ग्वारीघाट रोड के डिवाइडर पर स्ट्रीट लाइट और विज्ञापन बोर्ड की तार झूलती नजर आ रही हैं।
- शास्त्री ब्रिज के दोनों ओर की स्ट्रीट लाइट और विज्ञापन बोर्ड की बिजली वायरिंग झूलती रहती है और स्ट्रीट लाइट के ऊपर निजी कंपनियों की तार झूल रही हैं।
- रानीताल से दमोहनाका चौक तक जहां भी स्ट्रीट लाइट लगी है,उन खंबों के नीचे की तार कटी-फटी हैं।
- नवनिर्मित राइट टाउन स्टेडियम के मुख्य द्वार के सामने लगे पोल्स से वायर बाहर झांक रहे हैं।
नगर निगम और स्मार्ट सिटी के पास अंडरग्राउंड वर्क और मेंटेनेंस के लिए किसी प्रकार के बजट का प्रावधान नही है। जिसके कारण लंबे समय से सुधार कार्य नहीं करवाया जा सका है। -जीएस मरावी कार्यपालनयंत्री, प्रकाश विभाग, ननि