कृषि विवि के गेस्ट हाउस में 4 साल से उइक का ताला, किराया हुआ 51 लाख

कृषि विवि के गेस्ट हाउस में 4 साल से उइक का ताला, किराया हुआ 51 लाख

ग्वालियर। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि अपने इंटरनेशनल गेस्ट हाउस के कमरों को सीबीआई का ताला लगा हुआ है। कमरों को खाली करने और किराए के 51 लाख रुपए के लिए पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर को कई बार पत्र लिख चुके हैं, लेकिन न तो किराया मिला और न कमरे खाली हुए। कलेक्टर अक्षय सिंह 28 मार्च को कृषि विवि केंद्र का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे, तब कुलसचिव अनिल सक्सेना ने उनसे गेस्ट हाउस के कमरों को लेकर बात की थी, चूंकि कलेक्टर नए हैं, उन्हें गेस्ट हाउस के कमरों में सीबीआई के अधिकारियों के रहने और कमरों पर सीबीआई का ताला लगा होने की जानकारी नहीं है, इसलिए उन्होंने कुलसचिव से कहा था कि वह मामले को दिखवाते हैं।

क्या है मामला : व्यापमं कांड की जांच के लिए 2015 में सीबीआई की टीम आई थी। टीम मार्च 2017 में चली गई। इसके बाद एक और टीम 2019 में आई। तब से कमरों में सीबीआई का ताला है।

सीबीआई अधिकारियों के नाम पर गेस्ट हाउस में कमरे बुक किए गए थे, लेकिन उन्होंने जाने से पहले कमरे हेंडओवर नहीं किए। कमरों का किराया बढ़कर 51 लाख रुपए हो चुका है। कमरे खाली कराने व किराए को लेकर कलेक्टर से बात हुई है और उन्होंने मामला दिखवाने की बात कही है। -अनिल सक्सेना, कुलसचिव कृषि विवि, ग्वालियर