टुटेजा दंपति के जागते ही बंधक बनाया, पत्नी पर किया हमला
जबलपुर। घटना को लेकर ओमती सीएसपी आरडी भारद्वाज ने बताया कि नेपियर टाउन निवासी ऑटो पार्ट्स व्यापारी दलजीत सिंग टुटेजा के घर में देर रात हथियारबंद आरोपियों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया है। वारदात के दौरान आरोपियों ने दलजीत की पत्नी पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। महिला के सिर में टांके लगे हैं, फिलहाल ठीक है। बदमाशों की आहट मिलते ही दलजीत सिंह व उनकी पत्नी उठ गए, वे कुछ समझ पाते इससे पहले बदमाशों ने दम्पति पर हमला कर दिया। हमले में दलजीतसिंह की पत्नी का निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
कमरे में बंधक बनाया
बदमाशों ने दम्पति को एक कमरे में बंधक बनाया। इसके बाद आलमारी के लॉकर तोड़कर करीब 15 तोला सोने के जेवरों पर हाथ साफ कर दिया। सुबह होते ही दम्पति ने अपने परिचितों को जानकारी दी। वहीं आसपास लगे सीसीटीवी के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि डकैतों की पहचान हो सके। गौरतलब है कि नेपियर टाउन क्षेत्र में रामअवतार गुप्ता व अग्रवाल परिवार में भी डकैती की वारदात हो चुकी है। इनके घरों से भी डकैत लाखों रुपए के जेवर व नगदी रुपए लूटकर ले गए। खास बात तो यह है कि डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर ही रहे।
पहले यहां भी हो चुकीं वारदातें
14 मई 2016- ओमती थाना क्षेत्र नेपियर टाउन गुडविल अपार्टमेंट के बाजू से रहने वाले स्कूल एवं बार संचालक श्रीराम अवतार गुप्ता के घर में 12 से 15 हथियारबंद डकैत लोहे की ग्रिल काटकर अंदर घुस गए थे। डकैतों ने गुप्ता परिवार के सदस्यों के साथ जमकर मारपीट करते हुए घर में रखा करीब 40 लाख रुपए नगद एवं लाखों के जेवर अपने साथ ले गए थे। डकैतों ने व्यापारी की पत्नी एवं बड़े बेटे उत्कर्ष गुप्ता को गोली मारकर हत्या करने धमकाया जिसका उत्कर्ष ने विरोध किया था। उत्कर्ष के विरोध करने पर 4 नाकाबपोश डकैतों ने उसे मार-मारकर लहूलुहान कर दिया था।
7 मई 2018- नेपियर टाउन निवासी कलर लैब कारोबारी केके अग्रवाल के घर नकाबपोश हथियारबंद डकैतों ने करीब 80 लाख की डकैती डाली थी। डकैतों के घर से निकलने के करीब 40 मिनट बाद पुलिस सक्रिय हो गई थी,लेकिन डकैत ढूढे नहीं मिले। डकैतों ने पूरी प्लानिंग के साथ इस वारदात को अंजाम दिया था। रात करीब 2.40 बजे वह घर में घुसे थे। डकैतों ने घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में टेप चिपका दिया था। इसके बाद अंदर जाते ही सबसे पहले डकैतों के एक साथी ने हॉल व अन्य जगह लगे सीसीटीवी कैमरे के वायर काट दिए थे। निखिल अग्रवाल ने पुलिस को बताया था कि सभी डकैतों की उम्र करीब 20 से 25 वर्ष के बीच की होगी। जो कैफरी, बरमुडा और टीशर्ट पहने हुए थे।
घटना के मुख्य बिन्दू
- पुलिस वाहन का फिक्स प्वाइंट वहीं बंद चौकी के पास
- रेलवे ट्रेक से लगी कॉलोनी में 7 साल में तीसरी वारदात
- रात डेढ़ बजे वायरलेस सेट पर चला था चेकिंग प्वाइंट
- पीछे खंडहर पड़े बंगले से घुसे डकैत, खिड़की से प्रवेश
- ट्रेन से डकैतों के भागने की चर्चा, इटारसी-कटनी रूट पर तलाश शुरू