हिट एंड रन कानून के विरोध में उतरे ट्रक ड्राइवर
ग्वालियर। देश भर में लागू हुए हिट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रांसपोर्टर्स और ट्रक ड्राइवर लामबंद हो गए हैं और हड़ताल पर चले गए हैं। रविवार को ट्रक ड्राइवरों ने कानून के विरोध में हाईवे को जाम कर दिया, जिससे हाईवे पर जाम लग गया। चक्काजाम करने वाले चालकों के खिलाफ थाना बिलौआ में प्रकरण दर्ज किया गया है। हिट एंड रन कानून में किए गए बदलाव से ड्राइवरों को सात साल की सजा और 10 लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान किया है। यही वजह है देश भर के ड्राइवर कानून के विरोध में उतर आए हैं। भारतीय मजदूर संघ चालकों के समर्थन में उतर आया है और 1 से 3 जनवरी की हड़ताल की घोषणा कर दी है।
ट्रांसपोर्ट नगर में 1500 गाड़ियों के चालक चाबियां सौंप गए
ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रक ड्राइवरों को जैसे ही हिट एंड रन एक्ट मामले की जानकारी मिली। ड्राइवर इकट्ठे हुए और ट्रकों की चाबियां मालिकों को सौंपकर यह कहकर चले गए कि दुर्घटना होने पर पब्लिक की मार से बचाने के लिए उनकी सुरक्षा कौन करेगा। ड्राइवरों का यह भी कहना है कि कोई ड्राइवर एक्सीडेंट करना नहीं चाहता है, लेकिन एक्सीडेंट होने पर मारपीट से बचने के लिए मौके से भागना पड़ता है।
ओवरलोड बसों से 11 हजार जुर्माना वसूला
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एचके सिंह के नेतृत्व में परिवहन उड़नदस्ते ने रविवार को अवैध और ओवरलोड बसों के खिलाफ चेकिंग अभियान जारी रखा। अमले ने महाराजपुरा में 60 बसोें को रोककर दस्तावेजों की जांच की। 16 बसों में क्षमता से अधिक सवारियां थीं, जिनसे 11 हजार जुर्माना वसूला गया। आरटीओ ने बताया कि कार्रवाई सोमवार को जारी रहेगी। बता दें कि गुना में हुए बस हादसे के बाद प्रदेश भर में यात्री बसों की जांच-पड़ताल की जा रही है। वहीं पुलिस ने इस चेकिंग अभियान के दौरान 48 बसों पर चालानी कार्रवाई की। जिसमें तीनों ट्रैफिक थाना पुलिस ने 27 हजार का जुर्माना वसूला।
हिट एंड रन नियम में किए गए संशोधन के खिलाफ 1500 ट्रकों के चालकों ने चाबियां सौंपी हैं। चालक दुर्घटना होने पर पब्लिक की मार से बचने के लिए सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। सुनील माहेश्वरी, संचालक महावीर ट्रांसपोर्ट
हिट एंड रन नियम में किया गया बदलाव छोटे से लेकर बड़े वाहन चलाने वाले सभी चालकों पर लागू होगा। अंधे कानून के विरोध में 1 से 3 जनवरी तक हड़ताल की घोषणा की है। नरेंद्र सिंह कुशवाह, प्रदेश अध्यक्ष प्राइवेट ट्रांसपोर्ट मजदूर महासंघ