ट्रक चालक ने ही बेरहमी से साथी ट्रक चालक की कर दी थी हत्या
इंदौर। तेजाजी नगर थाना क्षेत्र के एबी रोड बायपास पर सामने आई एक ट्रक चालक की हत्या की सनसनीखेज वारदात ने इंदौर पुलिस के होश उड़ा दिए थे। कैलोद फाटा पर बुधवार सुबह छह बजे सामने आई इस वारदात में एक ट्रक में ट्रक चालक की लाश पड़ी मिली थी। ट्रक में ही सवार दूसरा ट्रक चालक भी घायल पाया गया था। घायल ट्रक चालक सत्येंद्रसिंह ने पुलिस को मामले में एफआईआर दर्ज कराते हुए बताया था कि उनके ट्रक को अचानक पीछे से आई एक स्कॉर्पियो ने ओवरटेक किया। स्कॉर्पियो उनके ट्रक के सामने घटनास्थल पर आ रुकी। इस वाहन में सवार चार बदमाशों ने ट्रक चला रहे 50 वर्षीय जुल्फिकार पिता अहमद निवासी बिजनौर (उत्तरप्रदेश) पर लाठी, रॉड और नुकीली वस्तु से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इससे पहले आरोपियों ने 33 वर्षीय सत्येंद्रसिंह पर भी जानलेवा हमला कर उसे घायल कर दिया था। पुलिस ने सत्येंद्र को हत्याकांड को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
सीसीटीवी से मिला सुराग : पहले तो पुलिस सत्येंद्रसिंह के बयान पर यकीन कर मामले की जांच शुरू कर दी थी, लेकिन इस बीच आसपास के टोल प्लाजा और अन्य जगहों के सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट हुआ कि इनके ट्रक के आसपास कोई स्कार्पियो वाहन कभी था ही नहीं, बल्कि घटनास्थल पर इन्होंने स्वत: ही ट्रक रोका था।
...और टूट गया आरोपी
सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने सत्येंद्र से कड़ी पूछताछ से शुरू की। पहले तो आरोपी बार-बार बयान बदलता रहा। फिर फुटेज दिखाए जाने के बाद टूट गया और जुल्फिकार की हत्या करना कबूल कर लिया कि उसी ने रॉड से कई वार कर जुल्फिकार को मौत के घाट उतारा है।
...इसलिए की हत्या!
सत्येंद्र ने हत्या के बाद खुद को घायल कर पुलिस को गुमराह करने का षड्यंत्र रचा था। उसने टूटने के बाद बताया कि हम दोनों महाराष्ट्र से ट्रक में पपीते लोड कर यूपी के लिए निकले थे। घटनास्थल से पहले तक जुल्फिकर ने गाड़ी चलाई थी। अब गाड़ी चलाने की मेरी बारी थी। बीच में फ्रेश होने के लिए गाड़ी रोकी तो जुल्फिकार ने गालियां दीं। इसके बाद उसकी हत्या कर दी।