मप्र के एनएच पर जल्द मिलेगा ट्रामा सेंटर, वर्कशाप और होटल
अशोक गौतम/भोपाल। सड़क हादसों में घायलों को बचाने के लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी आफ इंडिया (एनएचएआई) अपनी सड़कों पर वे-साइड एमिनिटी सेंटर (डब्ल्यूएसएएस) तैयार करेगा। इसकी शुरुआत दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेस-वे से की गई है। अब जो नेशनल हाइवे नए सिरे से बनेंगे, उन पर यह सुविधा वाहन चालकों को मिलेगी। इसमें मप्र के उज्जैन-बदनावर, उज्जैन- गरोठ, इंदौर-एदलाबाद सहित अन्य नेशनल हाइवे शामिल हैं। वे-साइड एमिनिटी में ट्रामा सेंटर, वर्कशाप, वाहन रिपेयरिंग सेंटर, होटल-रेस्टोरेंट, ढाबा, फूड जोन, पेट्रोल पंप, वाहन पार्किंग सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इन सेंटरों पर एंबुलेंस भी रहेंगी, जिन्हें इमरजेंसी नंबर, टोल फ्री नंबर अथवा डायल 100, 108 से जोड़ा जाएगा। इन सुविधाओं से वाहन चालकों को जरूरत की चीजें मिल सकेंगी, वहीं हादसों में घायलों को बेहतर इलाज भी मिलेगा।
पीपीपी मोड पर संचालन
नेशनल हाइवे पर इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन और बैट्री स्वैपिंग का संचालन पीपीपी मोड पर होगा। इस संबंध में भूतल परिवहन मंत्रालय और पेट्रोलियम मंत्रालय के बीच चर्चा चल रही है, ताकि अधिकतर चार्जिंग स्टेशन पेट्रोल पंपों पर ही बनाए जा सकें। वहीं कुछ चार्जिंग स्टेशनों को चिह्नित कर उन्हें निजी हाथों में 5 से 10 वर्ष के लिए सौंपा जाएगा।
यहां बनेगा डब्ल्यूएसएएस
दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेस-वे पर मध्य प्रदेश के गरोठ, जावरा, तलवाड़ा सहित 7 स्थानों पर डब्ल्यूएसएएस बनाए गए हैं, जिनकी आपस में दूरी 40 से 50 किलोमीटर है। प्रत्येक सेंटर के लिए 10 से 12 हेक्टेयर का कैंपस है। दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेस- वे मप्र के तीन जिलों-रतलाम, झाबुआ और मंदसौर से होकर गुजरता है, जो मई से चालू हो जाएगा।