पुलिस से कहा- जेल जाने पर मुझसे बात करने वाले तो मिलेंगे
इंदौर। पिता-बहन की मूसल मारकर हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया है। जेल जाने से पहले उसने कहा कि मैं रिहेब सेंटर नहीं जाना चाहता था। पिता जिद करने लगे तो हत्या कर दी। बचाव करने बहन आई तो उस पर भी हमला कर दिया। उल्लेखनीय है कि आरोपी पुलिंद को पुलिस ने गोआ में बस से कहीं जाते समय पकड़ा था। उसने हत्या करने वाले दिन से लेकर उसके जीवन के बीते सालों की जानकारी देते हुए कहा कि वह घटना वाले दिन घर में बैठा हुआ था। पिता उसे बार-बार कह रहे थे कि तुझे रिहेब सेंटर भेज देंगे। वह इसके लिए मना कर रहा था, लेकिन पिता उसकी सुनने को तैयार नहीं थे। पिता की जिद से उसे गुस्सा आ गया और मूसल सिर पर मार दिया। बहन रमा अरोरा उसकी तरफ आई तो उस पर भी हमला कर दिया। उसे नहीं पता था कि दोनों की मौत हो जाएगी। खून निकलता देख वह दो दिन उनके पास ही बैठा रहा। बदबू न आने के लिए शवों पर टेलकम पावडर डालकर वहां से भाग निकला।
कई दिनों तक क्रूज में घूमा: आरोपी हत्या के बाद वडोदरा गया। वह होटल में नॉनवेज ही खाता था। जब गोआ पहुंचा तो उसने क्रूज में बुकिंग कराई। चार-पांच दिन क्रूज में ऐशो आराम किए। उसके पास मात्र 10 हजार रुपए थे। वह गोआ से बाहर जाने बस में बैठा, इसी दौरान बस में पुलिस चढ़ गई। पुलिस को देख वह बोला- आ गए साहब... मुझे मालूम नहीं था कि आप मुझे इतनी जल्दी पकड़ लेंगे। जब पुलिस ने कहा कि पैसे खत्म होने पर क्या करते, इस पर वह बोला- मैं एक अच्छा कुक हूं। किसी भी होटल में खाने बनाने का काम कर लेता।
उनका चेहरा नहीं देखना चाहता
परिवार ने पुलिस को जानकारी दी थी कि आरोपी मनोरोगी है। उसके पकड़े जाने के बाद बहन और जीजा मिलने पहुंचे तो उसने कहा- मैं उनका चेहरा नहीं देखना चाहता हूं। मेरे लिए उन्होंने किया ही क्या है?
बाइक की नंबर प्लेट निकाल दी
आरोपी ने बताया कि मेरा जीवन पिता-बहन और मां ने खराब कर दिया। मेरी बाइक है, जिससे मैं दो साल में 200 किमी ही चला पाया। पापा ने बाइक की नम्बर प्लेट निकल दी थी। मैं दो की जगह तीन रोटी खा लेता था तो कहते थे कि तूने एक ज्यादा क्यों खा ली?