शाहनाला, खंदारी नाले से लेकर तीनपत्ती तक के शौचालय गायब
जबलपुर। स्वच्छता अभियान 2023 के तहत ऐसे समय में जबकि शहर के हर पब्लिक टॉयलेट साफसुथ होने चाहिए तो नगर निगम इस दिशा में गंभीर लापरवाही बरत रहा है। आलम यह है कि कुछ जगह से तो फाइवर निर्मित शौचालय गायब ही हो गए हैं और जो हैं उनमें बदहाली व गंदगी का आलम है। कहीं भी पानी तक की व्यवस्था नहीं है।
शाहनाला व खंदारी नाले के किनारे से लेकर तीन पत्ती तक के मुख्य मार्ग के किनारे बने फाइबर के प्रसाधन गायब हो चुके हैं। ये कहां गए किसी को नहीं पता। ऐन नगर निगम के सामने गंदगी का आलम है। जूते-चप्पल की दुकान लगाने वालों ने जगह पर कब्जा कर लिया है। इसी तरह जहां-जहां भी इस तरह के प्रसाधन बनाए गए सभी बदहाली के शिकार बने हुए हैं।
केवल उत्कृष्टता पर ध्यान
यहां गौरतलब बात यह है कि शहर में बनाए गए 75 उत्कृष्ट प्रसाधनों में निजी एजेंसियां देखरेख करती हैं जहां व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं। बाकी पब्लिक टॉयलेट में गंदगी और बदहाली का आलम है। यहां टॉयलेट जाने में आदमी दस बार सोचता है कि कहीं संक्रमण लेकर न वापस आए।
कहीं भी पानी की व्यवस्था नहीं
शहर में इस तरह के 250 प्रसाधन फाइबर के बनाए गए थे सभी में पानी की टंकियां रखवाई गई थीं मगर इनमें से कई में से ये टंकियां भी गायब हो चुकी हैं और जो बची हैं उनमें कभी पानी नहीं भरा जाता।
जब ज्यादा जरूरत तब लापरवाही
कोरोना संक्रमण को देखते हुए जब साफ-सफाई की ज्यादा जरूरत है तो प्रसाधनों की सफाई को अनदेखा किया जा रहा है। यह जनस्वास्थ्य के साथ गंभीर खिलवाड़ है और इसके घातक परिणाम भी सामने आ सकते हैं।
फैक्ट फाइल
- 75 शौचालय उत्कृष्ट बनाए गए थे
- 250 फाइबर निर्मित शौचालय रखवाए गए थे
- 50 सामुदायिक शौचालय हैं शहर में
सार्वजनिक शौचालयों/ प्रसाधनों में स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। असामाजिक तत्वों ने कहीं-कहीं नुकसान पहुंचाया है जिसे बदलवाया जा रहा है। -भूपेन्द्र सिंह,स्वास्थ्य अधिकारी,ननि।