रणथम्भौर की टाइग्रेस चंबल पार करके मुरैना पहुंची

रणथम्भौर की टाइग्रेस चंबल पार करके मुरैना पहुंची

ग्वालियर। रणथम्भौर बाघ परियोजना संवाई माधौपुर से मादा टाइगर टी 138 गायब हो गई है। उसका अंतिम कैमरा ट्रेप 20 अगस्त 2022 को मिला था इसके पश्चात कोई साक्ष्य नहीं मिला है। चूंकि मुरैना का वन क्षेत्र रणथम्भौर से लगा है इसलिए आप कैमरा ट्रेप लगाकर उसे तलाशने में सहयोग करें। इसके चंबल नदी पार करने की आशंका जताई जा रही है।

इस मादा क्षेत्र का विचरण क्षेत्र टूटा का नाला, सुल्तानपुर चौकी, गाड़ा डूब, अमरेश्वर, मिर्जाघाटी, राजबाग आदि वन क्षेत्र है। अंतिम कैमरा ट्रेप 20 अगस्त 2022 को मिला था। इसके बाद इस मादा टाइगर का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। रणथम्भौर क्षेत्र के उप वन सरंक्षक मोहित गुप्ता ने मुरैना के फॉरेस्ट अधिकारी से कहा है कि चूंकि आपका क्षेत्र रणथम्भौर क्षेत्र के समीप आता है इसलिए मादा टाइगर का पता करने के लिए पूरे क्षेत्र में तलाश करें।

चंबल नदी पार करके मुरैना के जंगलों में घुसी होगी

वन्य प्राणी विशेषज्ञों को इस मादा टाइगर के चंबल नदी पार करके श्योपुर, मुरैना क्षेत्र में विचरण करते हुए घुसने की आशंका है। विशेषज्ञों के अनुसार इससे पहले भी रणथम्भौर से टाइगर मुरैना दतिया तक विचरण करते हुए पहुंच चुके हैं। इन्हीं तथ्यों के आधार पर मादा टाइगर की तलाश के लिए लिखा गया है। इस बारे में डीएफओ मुरैना स्वरूप चन्द्र दीक्षित कहते हैं कि हमें पता नहीं चला है, फिर भी हम पता करेंगे।