सुरेश राजे, सुनील सराफ जैसे दर्जन भर विधायकों के टिकट खतरे में

भाजपा की दिग्गज सूची के बाद कांग्रेस नए सिरे से बना रही रणनीति

सुरेश राजे, सुनील सराफ जैसे दर्जन भर विधायकों के टिकट खतरे में

भोपाल। विधानसभा चुनावों की तेज होती गहमागहमी के बीच भाजपा 79 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है। भाजपा की दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों के अलावा 4 सांसदों और पार्टी के राष्टÑीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को टिकट दिया गया है। इन दिग्गजों को देखते हुए सभी की निगाहें कांग्रेस की तरफ हैं। इधर, भाजपा की दो सूचियों के हिसाब से कांग्रेस नए सिरे से रणनीति बना रही है। पार्टी ने संकेत दिए हैं कि आचार संहिता लगने के बाद ही उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होगी। दरअसल, नवंबर में होने वाले विस चुनावों को लेकर दोनों ही दल फूंकफूंककर कदम उठा रहे हैं। इस बीच खबर आ रही है कि कांग्रेस एक दर्जन से अधिक विधायकों के टिकट काट सकती है। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो जिनकी सर्वे रिपोर्ट ठीक नहीं है उनके टिकट कट सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कुछ सर्वे करवा चुकी है। इन्हीं सर्वे पर उम्मीदवारों का भविष्य टिका है। जिन विधायकों पर संकट दिखाई दे रहा है, उनमें कटंगी के टामलाल सोहन, सुमावली के अजबसिंह कुशवाहा, कोतमा के सुनील सराफ, खरगोन के रवि जोशी और पानसेमल के चंद्रभागा किराड़े शामिल हैं। गाडरवारा से सुनीता पटेल, उदयपुरा के देवेंद्र सिंह पटेल, बड़नगर के मुरली मोरवाल, धरमपुरी के पांचीलाल मेड़ा, दमोह के अजय टंडन और डबरा विधायक सुरेश राजे शामिल ह

सुनील सराफ - कोतमा :

अक्सर विवादों में रहे। अक्टूबर 2022 में ट्रेन में महिला यात्री से छेड़छाड़ का केस दर्ज हुआ। समस्या लेकर पहुंचे लोगों को दारू पीकर आए कहा। हवाई फायर के कारण भी चर्चा में रहे।

पांचीलाल मेढ़ा - धरमपुरी :

मेढ़ा कमलनाथ सरकार में एक बार अपना गुस्सा दिखा चुके हैं। उन्होंने अपनी ही सरकार में शिकायत नहीं सुनी जाने पर इस्तीफा दे दिया था। इससे कमलनाथ बेहद नाराज हुए थे।

सुरेश राजे - डबरा :

विधायक सुरेश राजे का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ, जिससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है। हालांकि 2020 के उपचुनाव में उन्होंने पूर्व मंत्री इमरती देवी को 7663 वोटों से हराया था।

मुरली मोरवाल - बड़नगर :

कांग्रेस विधायक के बेटे करण पर एक युवती ने रेप के आरोप लगाए थे। वो करीब छह महीना फरार रहा। पुलिस ने 25 हजार का ईनाम भी रखा। मोरवाल व कांगे्रस की इमेज डैमेज हुई।

पैनल वाले नामों पर हाईकमान लगाएगा अंतिम मुहर:

पिछले कुछ महीनों में प्रदेश कांग्रेस ने अपने सर्वे के आधार पर जिन सीटों पर सिंगल नाम तय किए हैं, वे पहली सूची में आएंगे। वहीं, जिन सीटों पर एक से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम पैनल में हैं, उन पर अंतिम मुहर पार्टी हाईकमान लगाएगा। इन बची हुई सीटों पर टिकट अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और सुनील कानूगोलू की रिपोर्ट के आधार पर दिए जाएंगे। इन सीटों पर कांग्रेस भी कुछ चौंकाने वाले उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है।

भाजपा में अभी कई मंत्री-विधायकों के टिकट कटने बाकी:

भाजपा ने भी जो सूची जारी की है, उसमें तीन विधानसभाओं को छोड़कर वही सीटें हैं, जहां पिछले चुनाव में उसे हार का सामना करना पड़ा था। इसका मतलब साफ है कि अभी कई और विधायकों और मंत्रियों के सिर पर तलवार लटकी हुई है। पार्टी पहले ही इस बात के संकेत दे चुकी है कि गुजरात फॉर्मूले के चलते तीन दर्जन से अधिक विधायकों और कुछ मंत्रियों के टिकट काटे जा सकते हैं।