जैव तकनीक से हम गंभीर बीमारियों से बचाव के उपाए ढूंढ सकते हैं

जैव तकनीक से हम गंभीर बीमारियों से बचाव के उपाए ढूंढ सकते हैं

ग्वालियर। आईटीएम यूनिवर्सिटी में डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित डीबीटी-सीटीईपी प्रोग्राम के तहत जैव बायो तकनीकी पर आधारित पॉपुलर व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। आईटीएम स्कूल ऑफ साइंसेस द्वारा आयोजित व्याख्यानमाला में हेल्थ एंड सेμटी विषय पर देशभर से आए एक्सर्ट्स ने अपने विचार व्यक्त किये। प्रो. डॉ. एसएस भाकर ने कहा कि जैव तकनीक विज्ञान की मुख्य शाखाओं में से अग्रणी है, जिसका उपयोग निरंतर रूप से वैज्ञानिक सही दिशा में करते हुए हमारा, समाज व देश का न केवल गौरव व विकास कर रहे हैं, बल्कि इसकी सहायता से हम गंभीर बीमारियों से बचाव के उपाए ढूंढ सकते हैं। डॉ. सोनिया जौहरी ने एंजाइम तकनीकी विषय पर अपना व्याख्यान दिया। इस आयोजन में 400 से अधिक स्टूडेंट्स मुख्य रूप से शामिल हुये। आईटीएम यूनिवर्सिटी के एलडीबी ब्लॉक स्थित उस्ताद अलाउद्दीन खान ऑडिटोरियम में आयोजित व्याख्यानमाला में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. रश्मि चौधरी, डॉ. ज्योति प्रियदर्शिनी, डॉ. सोनिया जौहरी डीन एकेडमिक आईटीएम शामिल हुर्इं। व्याख्यानमाला में बतौर मुख्य अतिथि वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. एसएस भाकर शामिल हुए। इस अवसर पर आईटीएम स्कूल ऑफ साइंसेस के डीन सहित विभिन्न विभागों के प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर के अलावा विभिन्न कॉलेज और स्कूलों के स्टूडेंट्स मौजूद रहे।