पेपर कटर से काटा गला फिर चीनौर रोड पर खंती में फेंका शव, मैसेज से पकड़े गए कातिल
ग्वालियर। ऑटो चालक मोंटू की हत्या उसके ही पुराने दोस्तों ने की थी, कातिलों ने पहले उसका पेपर कटर से गला काटा और फिर पीठ पर कटर से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद हत्यारे मोंटू को उसके ही ऑटो में डालकर चीनौर रोड पर ले गए। जहां शव को खंती में फेंक दिया और फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए छीमक के रास्ते कल्याणी जाकर ऑटो छोड़ आए। इस हत्याकांड में आरोपियों की लोकेशन और कंपनी के मैसेज से पुलिस की सुई उनकी तरफ घूमी, जिनसे सघन पूछताछ करने पर आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार किया है। ज्ञात हो कि गिरवाई थाना के लुहार की पुलिया पर रहने वाला मोंटू सविता (24) पुत्र भूपेन्द्र सविता सोमवार की रात से गायब था। पुलिस उसकी तलाश में नदी से लेकर जंगल तक खंगाल चुकी थी, इसी बीच उसकी बॉडी चीनौर रोड के किनारे खंती में मिली थी।
मामला हत्या से जुड़ा था, ऐसे में पुलिस मोंटू के कातिलों का पता लगाने में जुटी हुई थी। तभी पुलिस को उसके दोस्त अमन की लोकेशन घटना की देर रात चीनौर इलाके में मिली, इस इनपुट पर पुलिस की सुई अमन कुशवाह और ओमप्रकाश कुशवाह की तरफ घूमी, लेकिन पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन जैसे ही पुलिस ने अपने अंदाज में पूछताछ की तो आरोपी टूट गए और पूरा हत्याकांड उगल दिया। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर उनसे हत्या में उपयोग किए गए पेपर कटर व दुश्मनी के संबंध में पूछताछ शुरू कर दी है।
ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम
आरोपियों ने बताया कि अमन ने सोमवार की रात मोंटू को कॉल किया था, जिसके बाद अमन, मोंटू और ओमप्रकाश ने वीरपुर बांध के पास शराब पार्टी की, इसके बाद यह लोग ढाबे पर खाना खाने के लिए निकले। तभी रास्ते में पेपर कटर से उसका गला काट दिया, मोंटू ने उस समय बचने के लिए हाथ-पांव भी चलाए, लेकिन कातिलों ने उसकी पीठ पर वार कर दिया। इसके बाद वह बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए चीनौर रोड पर ले गए, जहां सुनसान इलाके में शव को फेंक दिया। वहां से कातिल छीमक के रास्ते कल्याणी पहुंचे और वहां ऑटो छोड़कर बस से रात तीन बजे वापस लौट आए।
शक ना हो इसलिए साथ में घूमे कातिल
बता दें कि इस हत्याकांड में कातिल शक से बचने के लिए मोंटू को गलत दिशा में तलाशने पर परिजन और पुलिस के साथ घूमते रहे। लेकिन जैसे ही पुलिस सही रास्ते पर बढ़ी तो कातिल गायब हो गए, इस वजह से उन पर शक की सुई घूमी। तभी पुलिस ने उनकी सीडीआर निकाली तो पता चला कि अमन के मोबाइल पर चीनौर इलाके में घटना के दिन देर रात कंपनी का मैसेज आया था। इसी प्वाइंट पर पुलिस ने आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने हत्या करना स्वीकार किया।
ऑटो चालक की हत्या करने वाले उसके दो दोस्त निकले हैं, जिन्होंने नौकरी जाने का शक मृतक पर गहराया था और इसी वजह से उसकी हत्या कर दी। फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है। धर्मवीर सिंह, एसपी ग्वालियर