संदेही की तलाश में तीन टीमें रवाना, परिजनों ने गिरफ्तारी के लिए किया चक्काजाम
ग्वालियर। सिरोल के हरिखेड़ा में पूरे परिवार द्वारा लगाई गई फांसी के मामले में परिजनों ने सोमवार को आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर मुरार बारादरी पर चक्काजाम किया। उनकी मांग थी कि सुसाइड नोट में जिस देवेन्द्र पाठक का नाम है, उस पर हत्या का मामला दर्ज हो, साथ ही उसे जल्द गिरफ्तार कर उसके घर पर बुलडोजर चलाया जाए।
जाम की खबर मिलते ही कांग्रेस विधायक डॉ. सतीश सिकरवार, एएसपी ऋषिकेश मीना पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां विधायक की समझाइश के बाद आखिरकार परिजन मान गए और जाम खोल दिया। इसके बाद शव को मुक्तिधाम ले जाकर अंतिम संस्कार किया। ज्ञात हो कि रविवार को हरिखेड़ा में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर जितेंद्र झा, उनकी पत्नी आर्मी स्कूल की प्रिंसिपल त्रिवेणी झा और 12 वीं का छात्र बेटा अचल झा का शव उन्हीं के घर में फांसी के फंदे पर लटका मिला था।
मौके पर पुलिस को कमरे की तलाशी के दौरान बेटे की कॉपी पर सुसाइड नोट लिखा मिला था, जिसमें देवेंद्र पाठक को जिम्मेदार ठहराया गया है। सुसाइड नोट में मृतक जितेंद्र झा ने लिखा था कि देवेन्द्र पर कड़ी कार्रवाई की जाए। नाम आने पर पुलिस ने उसके घर दबिश दी, लेकिन उसके घर ताला लगा मिला। सोमवार को तीनों शव के पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने बारादरी चौराहे पर तीनों शव रखकर चक्काजाम कर दिया। उनकी मांग थी कि तीनों की मौत के जिम्मेदार देवेन्द्र का घर तत्काल तोड़ा जाए और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए।
ग्रिल का कटना नहीं उतर रहा गले
घटनास्थल पर बारीकी से हुई पड़ताल में खिड़की की ग्रिल का ताजा कटा होना पुलिस के गले नहीं उतर रहा है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक संदेही देवेन्द्र पाठक उर्फ बैटल राजनेताओं के संपर्क से पुलिस तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है। पुलिस का कहना है कि उसके सामने आते ही सारी कहानी खुल जाएगी। वहीं सूत्रों के मुताबिक अचल की मौत से पहले बैटल द्वारा कुछ ऐसा करना पता लगा है जिस कारण वह परेशान हुआ और फांसी पर झूल गया।
कुछ बिंदुओं पर बदली जांच
एक साथ तीन मौत होने पर पुलिस ने बेटे, मां और पिता के संदेही से संबंधों की हर एंगल पर जांच की। लेकिन डॉक्टरों ने कुछ बिंदुओं पर साफ इनकार कर दिया। वहीं पड़ताल में पुलिस को पता चला कि अचल मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता था।
3 टीमों को संदेही की गिरफ्तारी का जिम्मा
सुसाइड नोट में जिस देवेन्द्र पाठक का नाम सामने आया है, उसे पकड़ने के लिए सिरोल थाने की दो व क्राइम ब्रांच की एक टीम को जिम्मा सौंपा गया है। हालांकि पुलिस ने मुरार स्थित इसके घर पर तो रविवार को ही दबिश दी। इसके अलावा इसके पैतृक गांव उटीला के पास भटपुरा और अन्य कई ठिकाने पर दबिश दी लेकिन वह अभी तक हाथ नहीं आया। वहीं उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लगाने के साथ ही पुलिस ने उसके चचेरे भाई से पूछताछ की है। जिससे देवेन्द्र उर्फ बैटल के कुछ ठिकाने पुलिस को और पता चले हैं, जहां जल्द ही दबिश दी जाएगी।
एक कहानी यह भी सामने आई
पूरे परिवार के फांसी पर झूलने के मामले में एक कहानी यह भी सामने आई है कि संदेही देवेन्द्र पाठक उर्फ बैटल ने अचल को शराब खरीदते हुए देखा था, जिसके बाद उसने कॉल कर जितेन्द्र को यह बात बताई और इसी बात पर घर में अनबन के बाद यह कदम उठाया गया होगा। मृतक परिवार के परिचितों के बीच हुई यह चर्चा भी पुलिस तक पहुंची है, जिसके बाद पुलिस इस एंगल पर भी पड़ताल कर रही है। इस कहानी पर गौर करने का एक कारण यह भी है कि जितेन्द्र और संदेही देवेन्द्र के बीच बुधवार की दोपहर फोन पर चर्चा हुई थी। जिसके सबूत सीडीआर में पुलिस को मिले है।
पूरे परिवार द्वारा आत्महत्या करने के मामले में मृतक के रिश्तेदार और परिजनों ने शवों को बारादरी चौराहे पर रखकर चक्का जाम किया था। हालांकि उन्हें समझाइश दी गई, जिसके बाद जाम खोल दिया गया। मामले में संदेही की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं, जल्द ही उसके सामने आने पर सब साफ हो जाएगा। ऋषिकेश मीना,एएसपी