नकली नोट बनाने वाले तीन और गिरफ्तार
इंदौर। 500 रुपए के नकली नोट खपाने वाले आरोपियों से अन्नपूर्णा पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। गुरुवार को उज्जैन के नीलगंगा निवासी हिमांशु को पकड़ा था। उसने अपने साथियों के साथ रुपए खपाने की बात कबूली थी। आरोपी के बयान के बाद अन्नपूर्णा पुलिस द्वारा पूर्व में पकड़े गए तीन आरोपियों को नीलगंगा पुलिस पूछताछ करने ले गई। दो आरोपियों का 15 अक्टूबर तक रिमांड बढ़ाया गया है। पुलिस को कई अन्य आरोपियों की जानकारी मिलने की संभावना है। टीआई संजू कामले ने बताया कि नकली नोट मामले का मुख्य सरगना राजेश बरपेते हैं। उसके साथ चार युवकों को डेढ़ लाख रुपए, कम्प्यूटर, प्रिंटर, स्केनर के साथ पकड़ा था। आरोपियों ने पूछताछ में हिमांशु का नाम बताया था। हिमांशु से 7500 रुपए जब्त किए थे। हिमांशु ने गुरुवार को पूछताछ में बताया कि उसने तीन साथियों के साथ उज्जैन में बड़ी मात्रा में नोट चलाए हैं। इस पर अन्नपूर्णा पुलिस ने नीलगंगा पुलिस को सूचना दी। नीलगंगा पुलिस राजेश और प्रियस को छोड़ शेष तीन आरोपियों को पूछताछ के लिए ले गई, जबकि हिमांशु को जेल भेज दिया है।
उज्जैन में भी नकली नोट चलाने वाले तीन धराए
नीलगंगा पुलिस ने नकली नोट बाजार में चलाए जाने की सूचना पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके पास से दो लाख पांच हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं। नीलगंगा थाना प्रभारी विवेक कनोड़िया के अनुसार इंदौर के अन्नपूर्णा थाने में पिछले दिनों पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह को पकड़ा था। इस गिरोह ने उज्जैन में भी नेटवर्क को फैला रखा था। उज्जैन पुलिस को मिली सूचना के बाद पुलिस ने नकली नोट मामले में लोकेश पिता रामदास निवासी गऊघाट कॉलोनी, प्रहलाद पिता बनेसिंह निवासी उन्हेल और सुरेश प्रताप दयाराम निवासी भिलाईपुर भेरुगढ़ को गिरफ्तार किया। तीनों के पास से दो लाख पांच हजार रुपए के नकली नोट जब्त किए हैं। उज्जैन पुलिस ने आरोपियों से 2000 और 500 के नोट बरामद किए हैं। पुलिस पूछताछ कर रही है।
इंदौर से पकड़ाया था गिरोह
इंदौर की अन्नपूर्णा पुलिस ने नकली नोट छापने वाले एक गिरोह को पकड़ा था। आरोपी के फ्लैट पर नोट छापने का काफी सामान भी बरामद हुआ था। इंदौर की अन्नपूर्णा पुलिस ने नकली नोट छापकर शहर में कई जगह खपाने का काम करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने मामले में खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को पकड़ा था।