दो नाबालिगों सहित तीन ने मौत को गले लगाया
इंदौर। दो नाबालिग सहित एक 34 वर्षीय युवक ने आत्महत्या कर ली। पहला मामला बाणगंगा थाना क्षेत्र की गोविन्द कॉलोनी का है। यहां रहने वाले एक व्यक्ति ने जहर खाकर जान दे दी। वह सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। परिवार वालों का आरोप है कि कर्जदार उसे परेशान कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक मृतक 34 वर्षीय रोहित पिता ओमप्रकाश गेहलोद है। उसे शनिवार को इलाज के लिए एमवाय अस्पताल लाया गया, यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि वह सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। काम के दौरान ही रोहित ने जहर खाकर परिजन को फोन लगाकर बताया कि उसने जहर खा लिया है। इस पर पोलोग्राउंड स्थित रोहित के ऑफिस पहुंचे और उसे अस्पताल ले आए। रास्ते में रोहित ने बताया कि उसे कर्जदार परेशान कर रहे हैं। उनसे परेशान होकर ही उसने जहर खाया है। किससे और कितना कर्ज उसने लिया है, यह बात वह नहीं बता पाया। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
एक नाबालिग ने खाया जहर
बाणगंगा थाना क्षेत्र में ही एक नाबालिग ने भी जहर खाकर खुदकुशी कर ली। पहले वह फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास कर चुका था। मृतक अक्षय (14) पिता ताराचंद को शनिवार को इलाज के लिए एमवाय अस्पताल लाया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि अक्षय मूल रूप से खंडवा का रहने वाला है। वहां उसने पांच दिन पहले फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। तब परिवार ने उसे बचा लिया था। इस पर पिता ने उसे अपने पास इंदौर में बुला लिया था। शनिवार को उसके पिता काम से बाहर गए। इसी बीच उसने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया। पिता जब लौटे तो वह बेसुध हालत में मिला। आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस जांच कर रही है।
17 साल के लड़के ने लगा ली फांसी
हीरानगर थाना क्षेत्र में 17 साल के किशोर ने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। बजरंग नगर निवासी एक किशोर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक मृतक कृष्णा शर्मा को अस्पताल लाया गया, जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि वह बैलून डेकोरेशन काम करता था। शनिवार को उसने अपने कमरे में फांसी लगा ली। उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। आत्महत्या के कारणों की पुलिस जांच कर रही है।