शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी पड़ाव की दशा-दिशा नहीं बदल पाए जिम्मेदार
जबलपुर। कहने को यह शहर की पुरानी और बड़ी सब्जी मंडी है जिससे गल्ला मंडी व अन्य मंडियां भी जुड़ी हुई हैं मगर देखने पर गांव-खेड़े का सा नजारा दिखता है,यहां के विधायक का पूरा कार्यकाल बीतने पर है मगर यहां कोई भी काम नहीं हो पाया है। ऐसा इसलिए क्योंकि उत्तर-मध्य से निर्वाचित हुए विधायक विनय सक्सेना ने ही यहां सपना दिखाया था कि निवाड़ गंज मंडी को आधुनिक स्वरूप में तैयार किया जाएगा। विधायक ने कहा था कि यहां 5 मंजिला स्वरूप में विशाल बहुमंजिला भवन का निर्माण किया जाएगा जिसमें पर्याप्त मैदान होगा और पार्किंग की व्यवस्था भी होगी। हर मंजिल पर अलग- अलग तरह की मंडियों के लिए व्यापारियों को जगह उपलब्ध होगी। अफसोस विधायक अपना दावा पूरा नहीं कर पाए। प्रदेश की सत्ता में विधायक विपक्ष में हैं जिसके चलते उनकी सीमाएं निर्धारित हैं,इसके बावजूद यहां की मंडी के लिए उनके द्वारा सरकार पर दबाव बनाने की ज्यादा कोशिश नहीं की गई।
ये हैं हाल
पड़ाव सब्जी मंडी में बारिश के दिनों में हाल बेहद बुरे हो जाते हैं,बाकी के 8 महीने यहां पर गंदगी चौतरफा नजर आती है।आवारा पशुओं का जमघट हमेशा बना रहता है। यह ऐसी मंडी है कि यहां पर तड़के से कारोबार शुरू हो जाता है जो कि देर शाम तक चलता है। जिसका जहां मन चाहे वहीं पर जगह खोजकर दुकान लगा लेता है। यहां पर अधिकृत रूप से कोई वाहन स्टैंड नहीं है और लोगों ने रसूख के दम पर 3- 4 जगह स्टैंड लगा रखे हैं जो मनमाने पैसे वसूलते हैं।
क्या हो सकता है
यहां पर विधायक को शासन से नवीन मंडी परिसर बनाए जाने के लिए प्रस्ताव स्वीकृत करवाना होगा। जिसकी डीपीआर तैयार हो और राशि स्वीकृति होनी चाहिए। यहां कम से कम 5 मंजिला विशाल बहुमंजिला निर्माण हो जिसमें हर मंजिल में अलग- अलग व्यवसाय जैसे सब्जी,गुड़,गल्ला,किराना की मंडियां हों। जहां हर दुकानदार के लिए बैठने की व्यवस्था हो। ग्राहकों की आवाजाही सुविधापूर्वक हो सके इस तरह की आगम व निकास व्यवस्था हो।
निवाड़गंज सब्जी मंडी का नया निर्माण होना चाहिए। यहां पर सुबह से शाम तक भीड़ रहती है मगर सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। गंदगी चारों ओर दिखती है। प्रदीप पटैल, स्थानीय दुकानदार