पटाखा, गोदामों, विक्रय करने वाले लाइसेंस धारी दस्तावेजों के साथ मिलें : कलेक्टर
जबलपुर। हरदा में हुए हादसे को देखते हुए बुधवार को जिले में स्थित पटाखा और विस्फोटक पदार्थों के निर्माण स्थलों, गोदामों और विक्रय केन्द्रों का प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों द्वारा संयुक्त निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण सुबह 9 बजे शुरू किया जाएगा। यह निर्देश कलेक्टर दीपक सक्सेना ने मंगलवार को आयोजित प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की बैठक में दिए। कलेक्टर कार्यालय में बैठक एसपी आदित्य प्रताप सिंह की उपस्थिति में की गई।
बैठक में कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थो के निर्माण स्थलों, गोदामों एवं विक्रय केंद्रों की जांच सुबह 9 बजे से शुरू कर दें। उन्होंने सभी लाइसेंस धारियों को भी निर्देश दिए कि सुबह 9 बजे लाइसेंस एवं सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ अनिवार्य रुप से मौके पर मौजूद रहें। कलेक्टर श्री सक्सेना ने बताया कि पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थो के निर्माण स्थलों, गोदामों और विक्रय केंद्रो के निरीक्षण के लिए अनुविभाग स्तर पर एसडीएम और एसडीओपी एवं तहसीलदार व थाना प्रभारियों के सयुंक्त दल गठित किए गए। इसके अलावा जिला स्तर पर भी अपर कलेक्टरों एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों की सयुंक्त टीमें गठित की जा रही हैं।
इसके अलावा कलेक्टर और एसपी भी टीम के साथ पटाखा निर्माण स्थलों और गोदामों का निरीक्षण करेंगे। कलेक्टर ने बैठक में सभी एसडीएम और अनुविभागीय पुलिस अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान स्थानीय अमले को भी साथ रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एसडीएम अपने क्षेत्र के पटाखा लाइसेंसधारियों को सुबह 9 बजे सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ मौके पर मौजूद रहने सूचित कर दें। कलेक्टर ने अनुविभागीय दंडाधिकारियों को पुलिस अधिकारियों के साथ पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थो के निर्माण स्थल, गोदामों एवं विक्रय केंद्रों के दौरान सभी जरुरी अनुमतियों और लाइसेंस की शर्तों का बारीकी से अध्ययन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन पाया जाता है या कमियां पाई जाती है इसकी बिंदुवार जानकारी अपनी निरीक्षण रिपोर्ट दें, ताकि संबंधित पर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने शाम तक निरीक्षण रिपोर्ट के निर्देश भी सभी एसडीएम एवं पुलिस अधिकारियों को दिए।
एसपी ने दिए ये निर्देश
बैठक में एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने एसडीएम एवं पुलिस अधिकारियों को पटाखा और विस्फोटक पदार्थो के निर्माण स्थलों, गोदामों एवं विक्रय केंद्रों की जांच में पूरी गंभीरता बरतने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि अधिकारियों को देखना होगा कि लाइसेंस की शर्तों का पालन किया जा रहा है या नहीं। एसपी ने कहा कि निरीक्षण के दौरान यह भी देखा जाए कि एक ही लायसेंस से अलग- अलग स्थानों पर पटाखों का निर्माण या भंडारण तो नहीं किया जा रहा है अथवा एक ही स्थान पर पटाखा निर्माण के लिए एक से ज्यादा लाइसेंस तो नहीं ले लिए गए। उन्होंने गोदामों की भंडारण क्षमता और भंडारण विस्फोटकों की जांच करने के निर्देश भी दिए। एसपी ने लाइसेंस निरस्त कर दिए जाने के बावजूद पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थो का निर्माण या भंडारण अथवा विक्रय करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने कहा।
इंजीनियर भी तैनात किया जाएगा
बैठक में बताया गया कि पटाखा विस्फोटक पदार्थो के लाइसेंस की जांच करने गठित प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों की टीम के साथ एक-एक इंजीनियर को भी तैनात किया जाएगा। जो निर्माण स्थल और गोदामों के भवन का निरीक्षण कर बताएंगे कि लाइसेंस की शर्तों के मुताबिक भवन उपयुक्त है या नहीं। बैठक में जिलेटिन और डायनामाइट के भंडारण के जारी लाइसेंसों का भी निरीक्षण करने के निर्देश एसडीएम एवं पुलिस अधिकारियों को दिए गए।
ये रहे मौजूद
बैठक में अपर कलेक्टर मिशा सिंह, अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा, अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड भी मौजूद थे । सभी एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार एवं थाना प्रभारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये इस बैठक से जुड़े थे।