एलएनआईपीई में तीन साल से नहीं है स्थायी कुलपति
ग्वालियर। लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान (एलएनआईपीई) में तीन साल से कुलपति की कुर्सी खाली है। इसलिए कई प्रशासनिक कार्यों में परेशानी हो रही है। विषाक्त भोजन से एक सैकड़ा के करीब छात्र-छात्राओं की तबीयत बिगड़ने के दौरान जिम्मेदारों पर कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया जा सका।
स्थायी कुलपति का पद वर्ष 2020 से खाली है। कुलपति चयन की प्रक्रिया चलती रही लेकिन स्थायी कुलपति नहीं मिल सका। 2020 में दुरेहा कुलपति के रूप में थे इसके बाद अब तक कोई स्थायी रूप से नियुक्ति नहीं हो सकी। स्थायी रूप से कुलपति के रूप में दुरेहा की नियुक्ति थी, इसके बाद जो भी कुलपति की कुर्सी पर बैठा, वह इंचार्ज के रूप में ही पदस्थ हुआ है। विवेक पांडेय और सव्यसांची के रूप में इंचार्ज कुलपति रहे हैं।
तीन छात्राएं अभी भी अस्पताल में
एक सैकड़ा से अधिक छात्र-छात्राएं विषाक्त भोजन से बीमार हो गए थे । उपचार के बाद तीन छात्राओं को छोड़कर सभी छात्र वापस यूनिवर्सिटी पहुंच गए हैं।
जांच कमेटी नहीं बता पाई असली जिम्मेदार कौन
घटना के दूसरे दिन ही यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने चार सदस्यीय जांच कमेटी बनाई थी, कमेटी ने अपना काम तो किया लेकिन रिपोर्ट जारी नहीं की।
कुलपति चयन की बैठकें दिल्ली में
एलएनआईपीई में कुलपति नियुक्त करने के लिए कई बार बैठक खेल मंत्रालय दिल्ली में हुई, लेकिन इसका प्रभाव अभी तक देखने को नहीं मिला है। एक हजार से ज्यादा छात्रों वाली डीम्ड यूनिवर्सिटी ग्वालियर में प्रशासकीय स्तर पर कोई मुखिया न होने से कामकाज होने और विकासात्मक गतिविधियां संचालित नहीं हो पा रही हैं।
एलएनआईपीई में तीन साल से इंचार्ज कुलपति रहे हैं। कुलपति चयन की प्रक्रिया चलती रही है लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला। अमित यादव, डिप्टी रजिस्टार एलएनआईपीई