भूटान की सीमा में नहीं है कोई भी चीनी गांव: शेरिंग

भूटान की सीमा में नहीं है कोई भी चीनी गांव: शेरिंग

थिम्फू। डोकलाम में भारतीय और चीनी सैनिकों के विवाद 6 साल बाद भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय शेरिंग ने इस बात से इंकार किया है कि चीन ने उनकी सीमा में 10 गांव बना लिए हैं। एक इंटरव्यू में पीएम लोतेय शेरिंग ने कहा, जिन गांवों के बारे में खबरें आई थीं, वो चीन में नहीं हैं। भूटान के पीएम ने ये भी कहा है कि चीन का डोकलाम का समाधान खोजने में समान अधिकार है। प्रधानमंत्री शेरिंग ने कहा कि डोकलाम विवाद का निपटारा करना सिर्फ भूटान से नहीं हो सकता। इसमें तीन देश हैं। कोई छोटा या बड़ा देश नहीं बल्कि सभी बराबर हैं। सभी की एक-तिहाई जिम्मेदारी है। भूटानी पीएम ने कहा कि हम डोकलाम विवाद का हल निकालने के लिए तैयार हैं। जैसे ही बाकी के दो पक्ष तैयार हो जाएंगे, हम इस पर चर्चा करेंगे। पीएम शेरिंग का ये बयान 2019 के उस बयान से अलग है जिसमें उन्होंने कहा था कि मौजूदा ट्राई-जंक्शन के पास एकतरफा कुछ भी नहीं करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि 8 महीने पहले आई सैटेलाइट तस्वीरों में इसका खुलासा हुआ था कि चीन ने डोकलाम से 9 किमी दूर भूटान के अमो चू घाटी में गांव बसा लिया है। भूटानी इलाके में मौजूद इस गांव का नाम चीन ने पंगडा रखा है। 

साख बचाने दिया है बयान

भूटान भारत के लिए सबसे अहम देशों में से एक है। थिम्फू का चीन के साथ अब तक राजनयिक संबंध नहीं है। हालांकि चीन, लगातार भूटान को अपने प्रभाव में लेने की कोशिश करता रहा है। ऐसे में भूटान के पीएम का बयान भारत के लिए बेहद चिंताजनक माना जा रहा है। रक्षा विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी ने कहा कि भूटान के प्रधानमंत्री का यह बयान अपनी साख बचाने के लिए दिया गया है।

डोकलाम पर चीन करता है दावा

डोकलाम के पास भारत, चीन, भूटान तीनों देशों की सीमाएं मिलती हैं। उस ट्राई-जंक्शन को लेकर भारत-चीन के बीच विवाद चलता आ रहा है। यह ट्राइजंक्शन प्वाइंट बटांग ला नामक स्थान पर स्थित है। चीन की चुम्बी घाटी बटांग ला के उत्तर में स्थित है, भूटान दक्षिण और पूर्व में और भारत (सिक्किम) पश्चिम में स्थित है। चीन चाहता है कि ट्राई-जंक्शन को बटांग ला से लगभग 7 किमी दक्षिण में माउंट जिपमोची नामक चोटी पर स्थानांतरित किया जाए।