दारोगा के घर से 50 मीटर पर सट्टे का अड्डा सांठगांठ से सटोरिया बेधड़क लगवा रहा दांव
ग्वालियर। सटोरिए की हिम्मत देखकर हर कोई उसे बड़ा जिगर वाला कह रहा है। कारण है कि सटोरिया पुलिस के दारोगा के घर से पचास मीटर की दूरी पर बेधड़क सट्टे का दांव लगवा रहा है। सांठगांठ ऐसी है कि त्योहार पर डिमांड बढ़ती देख सटोरिए ने अपने अड्डे पर दो ठिए चालू कर दिए हैं। हालांकि इस बात की भनक पुलिस के दारोगा से लेकर संबंधित थाने को भी है, लेकिन व्यस्तता मानो या अनदेखी कि पुलिस सटोरिए की हरकत पर अभी तक सबक नहीं सिखा पाई है। बहोड़ापुर थाना हद में एक सट्टे का अड्डा ऐसा है जो पिछले बीस साल से बेधड़क संचालित हो रहा है। हैरत यह है कि इस अड्डे के पास शहर की पुलिस के नामचीन दारोगा का भी घर है।
लेकिन इसके बाद भी सटोरिया खुलेआम बुकड़ी से सट्टे की पर्ची काटता है और एक का अस्सी देने के नाम पर बेधड़क दांव लगवाता है। मामला बहोड़ापुर थाना हद में आने वाले रामाजी का पुरा स्थित गिर्राज मंदिर के सामने वाली गली का है। जहां माधौगंज थाने में पदस्थ दारोगा के घर से पचास मीटर की दूरी पर नामचीन सटोरिया पप्पू शाह अपना अड्डा संचालित कर रहा है। इस सूचना पर पीपुल्स समाचार ने जब तस्दीक की तो पाया कि नामचीन सटोरिया अब अपने बेटे कल्लू शाह के जरिए गोरखधंधा चला रहा है, जबकि उसने तो इलाके में अन्य गुर्गों के द्वारा सट्टे के कारोबारी को दो गुना फैला दिया है। जिसमें राजा, मोम, कल्लू गरीबों की रकम लूट रहे हैं।
पूरा स्टाफ बदला, नहीं बंद हुआ अड्डा
दारोगा के घर के पास संचालित होने वाला अड्डा कई सालों से चल रहा है। इस दौरान बहोड़ापुर थाने के आरक्षक से लेकर टीआई तक बदल चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी सटोरिए का ठिया बंद नहीं हो सका, ऐसे में पूर्व से अभी तक बहोड़ापुर थाना पुलिस के ऊपर कई दफा सवाल भी खड़े हुए। जिसमें सटोरिए पर कई मुकदमे दर्ज होने के बाद भी पुलिस उसका अड्डा बंद नहीं करा सकी।
एक दिन में लाखों के दांव
यह सट्टे का अड्डा इतना पुराना हो चुका है कि दांव लगाने वाले सट्टा खुलने पर पेमेंट की चिंता नहीं करते। इसके पीछे कारण है कि अड्डा बहुत पुराना है और नंबर खुलने पर पेमेंट भी चौखा मिलता है।
जीतू के यहां रेड के बाद समझौता
सूत्र बताते हैं कि लश्कर के नेहरू पेट्रोल पंप स्थित नामचीन सटोरिए जीतू के अड्डे पर हाल ही में पुलिस ने देर रात छापा मारा था। लेकिन रातों-रात समझौते के बाद अड्डा दोबारा शुरू हो गया, यह रेड लश्कर सीएसपी का अतिरिक्त प्रभार मिलने पर नए अफसर ने मारी थी। जिसकी चर्चा महकमे में गूंजने से पहले ही ठंडी हो गई। नतीजा यह निकला कि पुलिस चुनाव ड्यूटी में व्यस्त क्या हुई सटोरियों ने दोबारा अपनी बिसात बिछा दी।