पीएचक्यू से लगी बजट पर रोक, अब पुलिस वाहनों की टंकी नहीं होगी फुल
ग्वालियर। महीने की पहली तारीख को टंकी फुल कराकर सड़कों पर दनादन फर्राटा भरने वाली पुलिस की गाड़ियां अब छुक-छुक करके चलने को मजबूर हो गई हैं। इसके पीछे की वजह शासन से बजट के आहरण पर लगी रोक है। ऐसे में पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी आदेश के बाद अब पुलिस वाहनों की टंकियां फुल कराने पर रोक लग गई है। मामला उधारी में पेट्रोल- डीजल भरवाने का है जिसके लिए बहोड़ापुर स्थित पुलिस पेट्रोल पंप पर फ्यूल टैंकर मंगवाने का संकट आ पड़ा है। आपको बता दें कि महीने की शुरूआत में बहोड़ापुर स्थित पुलिस लाइन पेट्रोल पंप से पुलिस वाहनों के फुल होने वाले फ्यूल टैंक पर रोक लग गई है।
यह आदेश बीती 30 नवम्बर को जारी हुआ है, जिसके बाद महीने की पहली तारीख से अभी तक एक भी पुलिस वाहन की टंकी फुल नहीं की गई है। ऐसे में अब महज बीस-बीस लीटर फ्यूल डलवाकर ही पुलिस की गाड़ियां सड़कों पर पेट्रोलिंग व अन्य कार्य कर रही हैं। टंकी फुल ना कराने के अचानक आदेश के पीछे एक महीने पहले से रोके गए लाखों के बिल हैं। जिनके चलते अब पुलिस लाइन के पेट्रोल पंप पर डिपो से फ्यूल टैंकर मंगवाने के लिए पूंजी का संकट आ गया है। इसी कारण अब उधार में टंकी फुल कराने पर रोक लगा दी गई है। सूत्र बताते हैं कि पीएचक्यू से जल्द ही रूके हुए बिलों का भुगतान किया जाना है, जिसके बाद पहले की तरह दोबारा पुलिस की गाड़ियां टंकी फुल कराकर सड़कों पर फर्राटा भरती दिखेंगी।
15-20 लाख का आता है टैंकर: पुलिस लाइन स्थित पेट्रोल पंप पर आने वाले टैंकर की कीमत 15 से 20 लाख तक है। फिलहाल ग्वालियर पुलिस के 53 लाख रुपए के बिल पीएचक्यू में अटके हैं। जिस कारण पेट्रोल पंप पर भी टैंकर मंगाने और उधार डीजल-पेट्रोल बांटने को लेकर संकट गहराया हुआ है।
20 लीटर से चलाओ काम
ऊपर से लगी रोक के चलते अब पुलिस की गाड़ियां 20-20 लीटर फ्यूल डलवाकर काम चला रही हैं। जबकि पहले महीने की शुरूआत में ही पुलिस पेट्रोल पंप से उधारी में गाड़ियों की टंकी फुल करा ली जाती थी।
चुनाव में फुंक गया करोड़ों का फ्यूल
हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव और उनकी मतगणना में ग्वालियर जिले के भीतर पुलिस वाहनों ने डेढ़ करोड़ का डीजल- पेट्रोल फूंक दिया। जिसका नतीजा सकारात्मक रहा और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव निपटे एवं मतगणना भी सकुशल संपन्न हो सकी।
बजट के आहरण पर लगी रोक के कारण टंकियां फुल कराने की मनाही है। ऊपर से आदेश आते ही दोबारा पुरानी प्रक्रिया के तहत गाड़ियों को डीजल-पेट्रोल की आपूर्ति की जाएगी। राजेश सिंह चंदेल, एसएसपी ग्वालियर