दुनिया भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्वास भरी नजरों से देख रही है: प्रधानमंत्री मोदी
बड़े और छोटे विक्रेताओं के बीच सामूहिक रूप से काम करने की जरूरत
जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दुनिया भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्वास भरी नजरों से देख रही है और भारत को अवसरों तथा खुलेपन का संयोजन माना जा रहा है। जी 20 व्यापार एवं निवेश मंत्रियों की बैठक को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन गया और उसने प्रतिस्पर्धा का माहौल तथा पारदर्शिता बढ़ाई है। उन्होंने कहा, आज हम भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर वैश्विक स्तर पर आशावाद तथा विश्वास देखते हैं। भारत को खुलेपन, अवसरों और विकल्पों के संयोजन के रूप में देखा जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने डिजिटलीकरण का विस्तार किया है और नवाचार को बढ़ावा दिया है। हम लाल फीताशाही से रेड कार्पेट की ओर बढ़े हैं। एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) के प्रवाह को उदार बनाया है। उन्होंने कहा, सबसे बढ़कर हम नीतिगत स्थिरता लाए हैं। हम अगले कुछ वर्षों में भारत को तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्रधानमंत्री मोदी रविवार को बी-20 सम्मेलन को करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को बी- 20 शिखर सम्मेलन भारत-2023 को संबोधित करेंगे। इसमें दुनियाभर के लगभग 1,700 उद्योग क्षेत्र के लोग और विशेषज्ञ शामिल होंगे। तीन दिन का यह सम्मेलन शुक्रवार से शुरू होगा। बिजनेस-20 (बी-20) जी- 20 का एक मंच है, जो वैश्विक व्यापार समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है। इसे 2010 में स्थापित किया गया था। जी- 20 सम्मेलन अगले महीने होगा। बी- 20 भारत के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि बी-20 का विषय सभी व्यवसायों के लिए जिम्मेदार, त्वरित, नवीन, टिकाऊ और न्यायसंगत पहुंच सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।
व्यापार संबंधित मुद्दों पर व्यापक सहमति बना सकेंगे मंत्री : गोयल
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भरोसा जताया है कि यहां दोदि न की बैठक के दौरान जी20 के व्यापार और निवेश मंत्री व्यापार से संबंधित सभी मुद्दों पर व्यापक सहमति बना सकेंगे। जी-20 देशों के प्रतिनिधि दो दिन की व्यापार और निवेश पर मंत्रिस्तरीय बैठक के लिए यहां एकत्र हुए हैं। वे विकास और समृद्धि के लिए व्यापार के पांच प्राथमिकता वाले क्षेत्रों- व्यापार और जुझारू वैश्विक मूल्य श्रृंखला, वैश्विक व्यापार में एमएसएमई को एकीकृत करना, व्यापार के लिए लॉजिस्टिक्स और विश्व व्यापार संगठन के सुधारों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। पहले दिन की चर्चा बहुपक्षीय व्यापार विषय पर केंद्रित रही।