पुराने दस्तावेजों को जिस तरह से संभालकर रखा है, ऐसा अन्य संस्थानों में देखने को नहीं मिलता

पुराने दस्तावेजों को जिस तरह से संभालकर रखा है, ऐसा अन्य संस्थानों में देखने को नहीं मिलता

ग्वालियर। जीवाजी विवि में नैक टीम का निरीक्षण दूसरे दिन भी जारी रहा। टीम के चेयरमैन डॉ. आलोक चक्रवाल और डॉ. सुभाष चंद्र रॉय प्रशासनिक भवन के निरीक्षण के दौरान जब डॉक्यूमेंटेशन सेंटर में पहुंचे तो वहां विवि की स्थापना से लेकर अभी तक के अध्यादेश, परिनियम, एक्ट, नियम, शासन द्वारा जीवाजी विवि की स्थापना को लेकर जारी किया नोटिफिकेशन देखकर अभिभूत हुए और विवि का इतिहास सुरक्षित रखे जाने पर तारीफ की।

चेयरमैन डॉ. चक्रवाल ने कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी से कहा कि आप ने विवि से संबंधित पुराने दस्तावेज जिस तरह से संभालकर रखे हैं, वह अन्य विवि में देखने को नहीं मिलते, उन्होंने कहा वह अपने विवि में भी इस तरह का ही डॉक्यूमेंटेशन सेंटर तैयार कराएंगे। प्रो. शांतिदेव सिसौदिया ने सेंटर को लेकर टीम मेंबरों को जानकारी दी। इसके बाद टीम मेंबर आईक्यूएसी सेल में गए। टीम ने रिसर्च यूनिट, सीआईएफ, प्लेसमेंट सेल, एकेडमिक ब्लॉक, कम्प्यूटर सेंटर, स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट, हॉस्टल, परीक्षा भवन का निरीक्षण किया। टीम बुधवार को निरीक्षण के बाद शाम को रवाना हो जाएगी।

साल भर में कितने छात्र परीक्षा देते हैं

नैक टीम मेंबर डॉ. हेमंत देशमुख और डॉ. श्रीमती एस. माया ने प्रशासनिक भवन में स्थित संबद्धता, परीक्षा, मेडिकल, पीएचडी शाखा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मेंबरों ने कर्मचारियों से पूछा कि साल भर में परीक्षाओं में कितनी कॉपियां लगती हैं और रिजल्ट कब तक आते हैं। कुलसचिव डॉ. आरके बघेल ने बताया कि 2.50 लाख छात्र परीक्षा देते हैं और रिजल्ट भी जल्द ही निकाल दिए जाते हैं। पीएचडी शाखा में टीम ने अभी तक कितने छात्रों को पीएचडी अवॉर्ड हो चुकी है, की जानकारी ली। टीम ने परीक्षा ऑनलाइन कराने के साथसाथ मूल्यांकन भी ऑनलाइन कराने की बात कही। इस दौरान परीक्षा नियंत्रक डॉ. एके शर्मा, डीआर राजीव मिश्रा भी साथ में थे।

वर्तमान छात्र और पूर्व छात्रों से बातचीत की

नैक टीम के पांचों मेंबरों ने शाम के समय विवि की अध्ययनशालाओं में अध्ययनरत और पूर्व छात्रों (एलुमनाई) से बातचीत की। मेंबरों ने पूर्व छात्रों से पूछा कि विवि के हित और विकास में पूर्व छात्र किस तरह सहयोग कर रहे हैं। पूर्व निगमायुक्त विनोद शर्मा ने कहा कि विवि में संसाधनों की कमी है, जिसे पूरा करने में मदद की जा रही है। डॉ. नितेश शर्मा ने कहा कि विवि से निकलने वाले छात्रों को इस तरह का प्रशिक्षण दिया जाए, जिससे वह जॉब पाने वाले बल्कि देने वाले बनें और विवि में शोध भारतीय चिंतन  पर भी हो।

एनएसयूआई ने किया प्रदर्शन, हुई गिरफ्तारी

एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष के नेतृत्व में संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रशासनिक भवन के बाहर उस समय प्रदर्शन किया, जिस समय नैक टीम निरीक्षण कर रही थी। प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस तत्काल पहुंच गई और जिला उपाध्यक्ष और विधानसभा अध्यक्ष प्रथम भदौरिया को गिरफ्तारर कर लिया और एक घंटे के बाद छोड़ दिया। वहीं प्रशासनिक भवन के निरीक्षण दौरान कुछ छात्र शिकायत लेकर नैक टीम मेंबरों के पास पहुंचे थे। तब कुलसचिव ने छात्रों की बात सुनी।