प्रदेश के पहले परमाणु बिजली संयंत्र का रास्ता साफ, 1400 मेगावाट बिजली से बदलेगी तस्वीर

प्रदेश के पहले परमाणु बिजली संयंत्र का रास्ता साफ, 1400 मेगावाट बिजली से बदलेगी तस्वीर

जबलपुर। केंद्र ने 4 राज्यों में 10 परमाणु रिएक्टरों की स्थापना को मंजूरी दे दी है। इसमें एक रिएक्टर मध्यप्रदेश के मंडला स्थित चुटका में बनेगा, जोकि 2031 तक स्थापित हो जाएंगे। इन पर 1.50 लाख करोड़ रु. लागत आएगी। इस बारे में बुधवार को लोकसभा में केंद्रीय परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी। ज्ञात हो कि चुटका परमाणु परियोजना सालों से लंबित थी। अब सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) या विशेष सरकारी एजेंसियों को इसकी जिम्मेदारी दी है। सरकार ने μलीट मोड में 700 मेगावाट के 10 स्वदेशी हैवी वाटर रिएक्टर्स के लिए वित्तीय स्वीकृति दे दी है। चुटका के अलावा कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के कैगा, राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के माही, हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव में बनेंगे।

दो प्लांट बनेंगे, आधी बिजली मप्र को मिलेगी

न्यूक्लियर पॉवर कार्पोरेशन आफ इंडिया (एनपीसीआईएल) चुटका गांव में 700 मेगावाट क्षमता के दो न्यूक्लियर प्लांट स्थापित करेगा। इनसे कुल 1400 मेगावाट बिजली पैदा होगी। केंद्र और राज्य सरकार के बीच हुए करार के मुताबिक इस प्लांट में पैदा होने वाली 50 प्रतिशत बिजली मप्र को मिलेगी, जबकि 50 प्रतिशत सेंट्रल पूल में जाएगी।

12 साल से लंबित थी चुटका परमाणु संयंत्र परियोजना

चुटका में संयंत्र की स्थापना के लिए साल 2009-10 में केंद्र और राज्य सरकार दोनों ने संयुक्त रूप से मंजूरी दी थी। 1500 एकड़ जमीन चिन्हित कर भूमि अधिग्रहण हो चुका है। जमीन न्यूक्लियर पॉवर कापोर्रेशन आफ इंडिया को हैंडोवर की जा चुकी है। चुटका गांव के सभी 330 परिवारों के पुनर्वास के लिए एक नया गांव बसाया गया है, लेकिन यहां के स्थानीय ग्रामीण मुआवजा लेने के बावजूद गांव छोड़कर जाने को तैयार नहीं थे, इस कारण प्रोजेक्ट का काम अटक गया था।