पिता की डांट से नाराज होकर गया किशोर पुलिस सकुशल मुंबई से वापस लेकर आई
ग्वालियर। छह साल पहले पिता की डांट से नाराज होकर घर से भागे किशोर को पुलिस मुंबई से सकुशल वापस ले आई है। उसकी गुमशुदगी पर पुलिस ने दस हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। जिसकी पतारसी के लिए पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर मुंबई के बसई पहुंची और पहचान के बाद उसे ग्वालियर लेकर आई। पुलिस द्वारा गुम हुए नाबालिगों के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन मुस्कान में एक बड़ी सफलता हजीरा पुलिस के हाथ लगी है। बताया गया है कि हजीरा के गदाईपुरा में रहने वाला आंसू राजपूत वर्ष 2019 में अपने पिता की डांट और मारपीट से नाराज होकर घर छोड़कर चला गया था। पुलिस को उसकी कई सालों से तलाश थी। ऐसे में उसके परिजन भी लगातार पुलिस से अपने बेटे के लिए गुहार लगाते थे।
सीएसपी नागेन्द्र सिकरवार ने बताया कि लापता किशोर के संबंध में जब पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो पता चला कि हाल ही में उसने अपने आधार कार्ड के जरिए एक सिम अलॉट कराई है। जिसकी लोकेशन निकालने पर उसकी लोकेशन मुंबई में होना पता लगी। पुलिस ने बिना देर किए किशोर को मुंबई से दस्तयाब किया। जहां से पुलिस सकुशल उसे ग्वालियर लाई और परिजनों के सुपुर्द किया। किशोर की बरामदगी और प्रकरण के निकाल में हजीरा थाना से सब इंस्पेक्टर बृजेन्द्र भदौरिया, एएसआई राघवेन्द्र सिंह, जसवंत सिंह, प्रआर पद्म सिंह, आर भीकम सिंह, शंभू सिंह व कुलदीप तोमर की सराहनीय भूमिका रही है।
होटलों में काम किया सड़कों पर बिताई रात
घर छोड़कर जाने के बाद आंसू ने कुछ दिन लखनऊ में बिताए। जहां वह होटल में काम करने के बाद नोएडा पहुंचा और फिर वहां से मुंबई निकल गया।
मां के छलके आंसू, पिता ने लगाया गले
छह साल तक बेटे से दूर रहे माता पिता ने जब आंसू को अपनी आंखों के सामने देखा तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बेटे को देख कर मां की आंखों से आंसू छलक आए तो वहीं उसके पिता ने बेटे को गले लगाकर अपनी डांट-फटकार को प्यार बताया।
माता-पिता के लिए छोड़ी लाखों की कमाई
किशोर को दस्तयाब कर ग्वालियर लाई पुलिस ने जब आंसू से पूछताछ की तो पता चला कि मुंबई पहुंचने के बाद उसने कुछ दिन कॉल सेंटर में काम किया, जिसके साथ वह ब्रॉके्रज का काम सीख गया। उसकी कमाई चार से पांच लाख रूपए महीने की थी।