युवाओं का मौन बेहद खतरनाक, नहीं बताना चाहते किसे देंगे वोट
जबलपुर। जिले की 8 विधानसभाओं में 18 से 30 साल तक के मतदाताओं की संख्या चौथाई है। इतनी बड़ी संख्या किसी भी गणित को पलटाने में समर्थ है। युवा देश का भविष्य तय करते हैं अब वे अपने जनप्रतिनिधि के लिए भी जागरूक हैं और विभिन्न पार्टियों के दावों और कृतित्व पर भी नजर रखते हैं,ऐसे में उनका मतदान किसे होगा इस बारे में जब युवाओं से बातचीत की गई तो ज्यादातर ने यह बताने से साफ इंकार किया कि वे किसे वोट देंगे। जिले की आठों विस में इनका एवरेज कुल मतदाताओं का चौथाई ही है। इसमें यदि 30 से 39 साल तक के पुरुषों को भी शामिल किया जाए तो यह संख्या आधे से ऊपर जाती है। हमने पहली बार मतदान करने वाले और 29 साल तक के युवाओं से उनका रुझान जानने की कोशिश की मगर उन्होंने अपना मत किसे देंगे यह बताने से इंकार कर दिया।
ऐसी है कुल मतदाताओं की स्थिति
आठों विधानसभा क्षेत्र में कुल 18 लाख67 हजार 841 मतदाता हैं। इनमें से 29 साल तक के युवा ही 4 लाख 47 हजार110 हैं। यह करीब चौथाई आंकड़ा है जो किसी भी चुनाव में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहीत करता है। सभी पार्टियां रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए इन्हें आश्वस्त भी कर रही हैं,मगर जो युवा ओवरएज होने वाले हैं उनकी अपनी चिंताएं हैं। उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद भी वे मामूली नौकरियों या अपने उद्योग लगाने के लिए तरस रहे हैं।
वोट किसे दूंगी ये तो नहीं बता सकती मगर मतदान अवश्य करूंगी। मैं पहले भी दो बार मतदान कर चुकी हूं। किसे वोट देना है ये नितांत व्यक्तिगत बात है, मगर जो जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के अवसर देने वाला होगा उसे युवा चुनना पसंद करेंगे। लक्ष्मी मौली,युवा मतदाता
हर राजनीतिक दल वादा तो करते हैं कि युवाओं को रोजगार के अवसर देगी मगर इसे अमल में लाना सत्ता में आते ही भूल जाते हैं। युवाओं के साथ यह छल उन्हें अंदर से तोड़ देता है और भरोसा उठता है। ऐसे में वोट तो देना है मगर सोच समझकर ही दूंगा। हिमांशु यादव,युवा मतदाता
मैं पहली बार मतदान करूं गी। किसे वोट देना है यह तो नहीं बताऊंगी मगर उच्च शिक्षा और रोजगार मूलक शिक्षा को सरकार को प्रमुखता देनी होगी। शिक्षित होकर नौक री की तलाश और बाहर पलायन रोका जाना चाहिए। माधुरी सिंह,युवा मतदाता